आदेश गुप्ता ने स्कूली बच्चों के लिए पगड़ियों से बने 50,000 मास्क वितरण किया

नई दिल्ली:  दिल्ली भाजपा कार्यालय में आज दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता, राष्ट्रीय मंत्री सरदार आरपी सिंह, उत्तरी नगर निगम के महापौर अवतार सिंह ने स्कूली बच्चों के लिए पगड़ियों से बने 50,000 मास्क वितरण अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर, प्रदेश प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा, मीडिया प्रमुख अशोक गोयल देवराहा, सिख प्रकोष्ठ सह-संयोजक सरदार कंवलजीत सिंह, भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री इम्प्रीत सिंह बक्शी, सरदार मनप्रीत सिंह हंसपाल व मोहनजीत कौर उपस्थित रहे।

आदेश गुप्ता ने कहा कि सिख प्रकोष्ठ द्वारा पगड़ियों से बने मास्क का वितरण बहुत ही प्रेरणादायी और सराहनीय काम है। यह अनूठी पहल जम्मू से लेकर हैदराबाद तक चल रही है। इस पहल के लिए सिख समाज का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि देश में सिख समाज ने सेवा कार्यो में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है और इस संकट के समय में भी देश के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए हमारे सिख बंधु इस अभियान के जरिए लोगों की मदद कर रहे हैं। समाज में कई ऐसे वर्ग है जिन्हें हम लगातार भोजन और राशन किट पहुंचा रहे हैं और अब उनके बच्चों के लिए निःशुल्क पगड़ियों से बने वॉशेबल मास्क का भी लाभ मिलेगा। दिल्ली में स्कूल खुलने में देरी है इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जाकर स्कूली बच्चों के अभिभावकों को मास्क देंगे।
सरदार आरपी सिंह ने कहा कि पगड़ियों से मास्क बनाने का अभियान हमने दिल्ली में ढाई महीने पहले शुरू किया था जिसे अवतार सिंह जी के सहयोग से आगे बढ़ाया गया। पगड़ी के लिए सिखों ने कई शहादतें दी है और अब जरूरत के समय इसे मास्क बनाने के लिए प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में स्कूल खुलने से पहले स्कूली बच्चों के बीच मास्क वितरण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। पूरे देश के विभिन्न क्षेत्रों में सिख प्रकोष्ठ द्वारा पगड़ियों से बने मास्क का वितरण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मास्क वितरण अभियान निरंतर जारी रहेगा और दिल्ली का कोई भी स्कूली बच्चा इससे वंचित नहीं रहेगा। प्रत्येक बच्चे को दो मास्क दिये जायेंगे।
अवतार सिंह ने कहा कि पगड़ियां सिखों की शान होती है और उपयोग में लाए जाने के बाद भी हर सिख परिवार के पास पगड़ियां रहती है। कोविड-19 संक्रमण के आने के बाद मास्क के दाम बढ़ गए, निम्न वर्ग का परिवार प्रतिदिन डिस्पोजेबल मास्क के खर्चे को भी वहन नहीं कर सकता था और यह डिस्पोजेबल मास्क पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित नहीं है जिसे देखते हुए सिख बंधुओं ने मिलकर स्कूली बच्चों के लिए पगड़ियों से मास्क बनाने की मुहिम को चलाया। इस मुहिम से जुड़ने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी सिख परिवार भी आगे आएं हैं। हजारों सिख परिवारों ने मास्क बनाने के लिए पगड़ियां दान में दी है। मास्क को सिलने में हर धर्म के लोगों ने अपना योगदान दिया और इसे सिलते वक्त साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन का विशेष ध्यान रखा। मास्क बनाने के दौरान ऐसे कई कारीगरों को काम मिला जो लॉकडाउन के कारण खाली थे और उनके पास आय का कोई जरिया नहीं था। उन्होंने बताया कि यह मास्क सूती और मलमल के पगड़ियों से तैयार किए गए हैं जिसे धोकर पुनः प्रयोग किया जा सकता है।

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