डा. महेन्द्र सिंह ने पं. दीनदयाल उपाध्याय की भावपूर्ण श्रद्धाजंलि अर्पित की

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा. महेन्द्र सिंह ने आज एकात्म मानववाद के प्रणेता, क्रान्तिकारी चिन्तक एवं अन्त्योदय का दर्शन देने वाले पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी की जयन्ती के अवसर पर रायबरेली रोड पर स्थित दीनदयाल उपाध्याय पार्क में स्थापित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन करते हुए भावपूर्ण श्रद्धाजंलि अर्पित की।
इस मौके पर डा. महेन्द्र सिंह ने कहा कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी एक मजबूत और सशक्त भारत चाहते थे।

जिसमें समाज के अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्ति का चैमुखी विकास सम्भव हो सके। उन्होंने अन्त्योदय की परिकल्पना कर भारतीय राजनीति को एक परिभाषा दी। उनका चिन्तन, जीवन आचार-विचार हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। एकात्म मानववाद का दर्शन पूरे विश्व को एकसूत्र में बांधने में सक्षम है और उनका सादा जीवन एवं सरलता सभी के लिए प्रेरणास्पद है।

डा. सिंह नें कहा कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी के दर्शन और विचारधारा के केन्द्र में गरीब और वंचित वर्ग रहा है। उन्होंने अन्त्योदय का विचार देकर इनके उत्थान की बात की। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हर नीति और कार्यक्रम का केन्द्र बिन्दु गरीब एवं वंचित जनमानस है। इनकी सभी नीतियों में अन्त्योदय की विचारधारा हर स्तर पर परिलक्षित होती है।

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को गरिमामय जीवन यापन की व्यवस्था केन्द्र व उत्तर प्रदेश की सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, बिजली, पानी, उज्ज्वला गैस कनेक्शन, सस्ती दरों पर खाद्यान्न आपूर्ति, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान और जन-धन जैसी योजनाओं में अन्त्योदय की झलक मिलती है।

राज्य सरकार पं0 दीनदयाल उपाध्याय के बताये हुए मार्ग पर चलते हुए गरीबों के हित में पूरी गम्भीरता से निर्णय ले रही है और ईमानदारी से उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है।

डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि पं दीनदयाल उपाध्याय के विचार आज के परिपेक्ष्य में और अधिक प्रासांगिक हैं। उन्होंने एक नया दर्शन और चिन्तन देकर अपने क्रान्तिकारी विचारों से पूरी पीढ़ी को सींचा और राष्ट्रवाद को नयी परिभाषा दी। उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और श्रद्धेय योगी जी लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इस अवसर पर पण्डित जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर उनके बताये हुए मार्ग पर चलने की अपील की।

इस अवसर पर विभागाध्यक्ष एवं प्रमुख अभियन्ता सिंचाई एवं जलसंसाधन  आर0के0 सिंह, मुख्य अभियन्ता शारदा सहायक संगठन, ए0के0 सिंह तथा मुख्य अभियन्ता मध्य संगठन, डी0के0 मिश्रा एवं अन्य गणमान्य जन उपस्थित थे।

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