निजता के अधिकार का हनन कर रहे हैं मुख्यमंत्री केजरीवाल: कमलजीत सहरावत 

नई दिल्ली: भाजपा नेता और पूर्व महापौर कमलजीत सहरावत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाते हुए महिला नेताओं के बैठने और सोने के स्थान पर कैमरे लगवाए जाने की कड़ी निंदा करते हुए इसे निजता के अधिकार का हनन बताया। दिल्ली भाजपा के नेता, तीनों निगमों के महापौरों और पार्षदों का मुख्यमंत्री आवास के बाहर  धरना आज आठवें दिन भी जारी रहा।

धरना स्थल से आज दक्षिणी दिल्ली नगर निगम महापौर अनामिका मिथिलेश सिंह की उपस्थिति में कमलजीत सहरावत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 7 दिसम्बर को ही निगम नेता मुख्यमंत्री से निगम के बकाया मांग को लेकर मिलने आए थे लेकिन उन्होंने समय नहीं दिया। इस अवसर पर पूर्व महापौर सुनीता कांगड़ा, जोन चेयरपर्सन सुमन डागर, प्रदेश प्रवक्ता पूजा सूरी सहित महिला पार्षद उपस्थित थीं।
कमलजीत सहरावत बताया कि 3 दिन पहले ही बारिश से बचने के लिए महिला नेताओं ने पेड़ से बांधकर त्रिपाल लगाया। 16 कैमरे लगे होने के बाद भी मुख्यमंत्री ने त्रिपाल में भी कैमरा लगवाने के लिए लोग भेजें। जहां महिला नेता बैठती हैं, सोती है वहां पर कैमरा लगवाने का क्या औचित्य है? ऐसे तो यही जाहिर है कि महिला नेताओं के निजी क्षणों को देखने का प्रयत्न किया गया है जो सरासर निजता के अधिकार का उल्लंघन है।
कमलजीत सहरावत ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल सिर्फ निगम की महिला नेताओं का ही नहीं बल्कि पूरे देश की महिलाओं का अपमान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री खुद को दिल्ली का बेटा और बड़ा भाई बताते हैं लेकिन पिछले 8 दिनों से निगम के नेता और महिला नेता फुटपाथ पर धरने पर बैठी है और मुख्यमंत्री उनके सामने से गाड़ी में बैठ कर निकल जाते हैं, तब कहां जाती है उनकी चिंता? दिल्ली वासियों का ध्यान भटकाने के लिए मुख्यमंत्री कभी हाउस अरेस्ट का नाटक करते हैं तो कभी कैमरे की तोड़फोड़ का। लेकिन मुख्यमंत्री कितनी भी कोशिश कर ले निगम के बकाए फंड की मांग तब तक जारी रहेगी जब तक फंड जारी नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि हम ने दिल्ली पुलिस से भी इसकी शिकायत की है और अपील भी की है कि इस मामले में वह सख्त कार्रवाई करें।

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