केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में अघोषित आपातकाल की स्थिति पैदा कर दी है: हर्ष मल्होत्रा

नई दिल्ली: दिल्ली में अघोषित आपातकाल की स्थिति बनी हुई है। जिस तरह से आम आदमी पार्टी की सरकार ने लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का गला घोटा है, वह सभी जान चुके हैं। आज की स्थिति ये है कि दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले ना तो होर्डिंग्स पोस्टर लगा सकते हैं और ना ही प्रमुख अख़बारों में कोई भी ख़बर छाप सकते हैं। प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा ने प्रेसवार्ता में बातें कही। इस दौरान उनके साथ प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार और प्रदेश मीडिया रिलेशन विभाग के प्रभारी हरीश खुराना भी उपस्थित थे।

हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि 26,000 करोड़ रुपये के घोटाले के होर्डिंग्स और पोस्टर लगाने वाले को दिल्ली की केजरीवाल सरकार धमकियां दे रही है कि यदि भाजपा के 26,000 करोड़ रुपये के पोस्टर लगाए तो आपका दाना-पानी बंद कर दिया जाएगा। जो प्रैसवाले दिल्ली जल बोर्ड के 26,000 करोड़ रुपये के घोटाले का पोस्टर छाप रहे हैं, उन्हें भी जान से मारने की धमकी दी जा रही है। मीडिया के बन्धु तो जानते ही हैं कि दिल्ली वालों के पैसों से दिल्ली वालों का ही कैसे गला घोटा जा रहा है। जब विपक्ष दिल्ली की जनता की आवाज़ उठाने की कोशिश करता है तो उसकी आवाज को दबाने के लिए केजरीवाल हर तरीके के हथकंडे अपनाते है।
हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड की वार्षिक आय 2848 करोड़ रुपये है जबकि उसको दिए गए लोन का ब्याज 3366 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। ऐसा क्यों हैं? इस सवाल का जवाब बहुत ही सीधा है कि दिल्ली सरकार के कुछ मंत्रियों ने जल बोर्ड में बैठकर टैंकर के नाम पर, पाइपलाइन के नाम पर और घर-घर साफ पानी पहुंचाने के नाम पर घोटाले कर पिछले पांच सालों में जल बोर्ड को खोखला बना दिया है। केजरीवाल सरकार से अब दिल्ली की जनता अपने पैसों का हिसाब मांग रही है। हज़ारों लोग भाजपा नेताओं को फोन करके कह रहे हैं कि दिल्ली जल बोर्ड से 26,000 करोड़ का हिसाब जरुर लेना चाहिए और जब तक केजरीवाल ये हिसाब न दें तब तक अपने आंदोलन को जारी रखना चाहिए।

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