स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं और काउंसलर को दिया गया प्रशिक्षण
Date posted: 23 May 2022
नोएडा: स्कूल में पढ़ रहे बच्चे को कहीं नशे की लत तो नहीं लग गयी है! परीक्षा के दौरान वह अत्याधिक तनाव में तो नहीं रहता है! इस सब के प्रति स्कूल के शिक्षकों और काउंसलर को सचेत रहने की जरूरत है। इन्हीं बातों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ द्वारा स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं व काउंसलर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को रामाज्ञा स्कूल में प्रशिक्षण दिया गया।
यहां दस स्कूलों के प्रतिनिधि शामिल हुए।गैर संचारी रोग प्रकोष्ठ की जिला सलाहकार एवं पब्लिक हेल्थ स्पेशिएलिस्ट डा. खुराना ने बताया- सोमवार को रामाज्ञा स्कूल में प्रशिक्षण के दौरान शिक्षक- शिक्षिकाओं और काउंसलर को बताया गया कि वह किस तरह उन बच्चों की पहचान करें जो नशे की लत के शिकार हैं, परीक्षा को लेकर अत्याधिक तनाव में आ जाते हैं अथवा हल्के मानसिक विकार के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने बताया यदि कोई बच्चा इन विकारों से ग्रसित पाया जाता है तो चिन्हित कर उसकी काउंसलिंग की जाती और उपचार किया जाता है। यदि उसे दवा की जरूरत होती है तो स्वास्थ्य विभाग उसे दवा भी मुहैया कराता है। उन्होंने बताया शिक्षक और काउंसलर को किस तरह से इन बच्चों की काउंसलिंग करनी है और उन्हें जागरूक करना है, इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया गया। डा. श्वेता खुराना व क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट नीति ने मुख्य रूप से प्रशिक्षण दिया। सोशल वर्कर विकास कुमार का कार्यक्रम के आयोजन में विशेष योगदान रहा।
डा. श्वेता ने बताया स्कूलों में शिक्षक लगातार बच्चों के सम्पर्क में रहते हैं। वह उनकी आदतों और व्यवहार से अच्छी तरह परिचित होते हैं, इसलिए वह बहुत आसानी से बच्चे की आदत और व्यवहार में परिवर्तन को महसूस कर सकते हैं। किसी भी बच्चे के व्यवहार परिवर्तन से उसके मानसिक स्वास्थ्य का अंदाजा लगाया जा सकता है।
डा. खुराना ने बताया मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा व कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. सुनील दोहरे के निर्देशन में चलाये जा रहे कार्यक्रम के तहत जनपद के दस-दस स्कूलों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम तम्बाकू निषेध माह के अंतर्गत चलाया जा रहा है। इसके तहत सार्वजिनिक स्थानों एवं स्कूल कालेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। विभिन्न स्थानों पर तम्बाकू सेवन न करने और इसके दुष्प्रभावों को लेकर लोगों की काउंसलिंग की जा रही है। यह जागरूकता कार्यक्रम 15 जून तक चलेगा। सोमवार को आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में जीडी गोयनका स्कूल, नीलगिरी स्कूल, एसडी विद्या, मानव रचना स्कूल, एलपीएस ग्लोबल स्कूल, रामाज्ञा स्कूल, कोठारी इंटरनेशनल स्कूल, डीपीएस, बाल भारती, विद्या भारती, आरआईएस पब्लिक स्कूल, एपीएस पब्लिक स्कूल, एपीजे स्कूल के शिक्षकों-शिक्षिकाओं व काउंसलर ने प्रतिभाग किया।
रामाज्ञा स्कूल में आयोजित प्रशिक्षण व जिला तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। “मैं तम्बाकू का सेवन बंद करने की प्रतीज्ञा करता हूं, और दूसरों को सेवन छोड़ने में मदद करूंगा” इस बात की शपथ लेते हुए प्रतिभागियों ने हस्ताक्षर किये।
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