अमानतुल्लाह ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को अपनी निजी संपत्ति समझ लिया है: जिलानी
Date posted: 20 October 2020

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने वक्फ बोर्ड में बढ़ रहे भ्रष्टाचार के मामलों को देखते हुए केजरीवाल सरकार को जमकर फटकार लगायी है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा प्रदेश प्रवक्ता यासिर जिलानी ने कहा कि अमानतुल्लाह खान पर भ्रष्टाचार के बहुत से मामले लंबित हैं लेकिन केजरीवाल सरकार उन्हें पुनः दिल्ली वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बनाने में जुटी हुई है जो कि केजरीवाल सरकार की असली छवि को दर्शाता है कि यह सरकार भ्रष्टाचारियों संरक्षण देने में तनिक भी पीछे नहीं हटती है।
यासिर जिलानी ने कहा कि हमने बार-बार कहा है कि अमानतुल्लाह भ्रष्ट है और हाईकोर्ट ने भी इस बाबत केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई है लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल न हाईकोर्ट को मानते हैं न कानून को मानते हैं, न नहीं अपने भ्रष्ट नेताओं, अधिकारियों को भ्रष्ट मानते हैं और हर एक को अपनी तरफ से ईमानदारी का सर्टिफिकेट बांटते रहते हैं, चाहे वह किसी भी प्रकार की अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो।
यासिर जिलानी ने कहा कि अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को अपनी निजी संपत्ति समझ लिया था। वर्ष 2016 में वह पहली बार दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष बने और 2020 तक वह अध्यक्ष थे इस बीच उन्होंने अवैध तरीके से सैकड़ों नियुक्तियां की थी जिसे लेकर उनके खिलाफ सीबीआई जांच लंबित है। उनके भ्रष्टाचार की लिस्ट यहीं खत्म नहीं होती, अमानतुल्लाह पर वक्फ बोर्ड की करोड़ों की संपत्ति हजम करने का भी आरोप है।
यासिर जिलानी ने कहा कि यह केजरीवाल सरकार की भ्रष्ट नीतियों का नतीजा है कि उनके नेता, सरकार की संपत्तियों को दीमक की तरह खा रहे हैं। और उन्हें संरक्षण देकर केजरीवाल सरकार जनता को धोखा दे रही है।
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