किसान आंदोलन की ओट में उपद्रवियों का घिनौना चेहरा: डॉ. प्रेम कुमार

पटना: बिहार विधानसभा में यात्रा समिति के सभापति डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि आजादी सात दशक में यह पहली घटना है जिसमें कांग्रेस का देश प्रेम का मुखौटा देश के सामने बेनकाब हो गया लाल किले के प्राचीर से किसान आंदोलन के रूप में भेष बदलकर आतंकवादियों संगठनों के लोगों ने जो तांडव हिंसा का खेल खेला वह निंदनीय है साथ ही साथ भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए हर भारतवासियों को सतर्क रहना होगा.

कुमार ने दो टूक कहा कि सबका साथ सबका विकास सबका विकास का मंत्र मोदी का भी विपक्ष को नहीं भाया और षड्यंत्र करके अन्नदाता किसान भाई बहनों को एकत्र कर हिंसा करवाया लोकतंत्र में गणतंत्र दिवस पर या शर्मनाक घटना की जितनी भर्त्सना की जाए कम होगी।

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