खबरों के चयन का आधार उनकी रचनात्मकता होनी चाहिए -डा. दिनेश शर्मा
Date posted: 13 November 2018

लखनऊ: 12 नवम्बर, फेक न्यूज समाज के लिए अभिशाप है और कभी-कभी समाज में विग्रह का कारण भी बन जाता है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने आज यहां लखनऊ विश्वविद्यलय के मालवीय सभागार में बीबीसी द्वारा आयोजित ‘बियांड द फेक न्यूज’ कार्यक्रम में यह विचार व्यक्त किये। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि खबरों के चयन का आधार उनकी रचनात्मकता और सच्चाई होनी चाहिए न कि टीआरपी बढ़ाना।
उप-मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि समाचार पहले ब्रेक करने की प्रतिद्वंदिता के कारण चैनलों के प्रति विश्वसनीयता घटी है। उन्होंने यह भी कहा कि इसका मतलब ये नहीं है कि सभी संचार माध्यम फेक न्यूज फैला रहे हैं।
डॉ शर्मा ने कहा कि फेक न्यूज की चुनौती से निपटने के लिए सरकार के पास कानून बनाने का विकल्प है, लेकिन अगर सरकार ऐसा करेगी तो मीडिया की आजादी को सीमित करने का सवाल भी उठेगा। उन्होंने कहा कि आज के दौर में सोशल मीडिया ने इलेक्ट्रानिक मीडिया और प्रिंट मीडिया को पीछे छोड़ दिया है, और यह भी माना कि सोशल मीडिया को रेग्युलेट करना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े लोगों को बुलाकर बात की जा सकती है, लेकिन सोशल मीडिया के मामले में अभी ऐसा नहीं है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के युवा हर चीज को सूक्ष्म नजर से देखते हैं और उसका विश्लेषण भी करते हैं। आज मीडिया का दायित्व बढ़ गया है। सत्य खबरों को रिपोर्ट करके ही समाज को सही दिशा दी जा सकती है।
Facebook Comments