बिहार की एनडीए सरकार की एक और ऐतिहासिक फैसला: डॉ प्रेम कुमार

महिलाओं को पंचायत चुनाव एवं शिक्षक की नौकरी में 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस बल की बहाली में 33% आरक्षण उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा में 33 प्रतिशत आरक्षण ।अब नीतीश जी ने खेल विश्वविद्यालय की पढ़ाई में भी छात्राओं को 33% आरक्षण का प्रावधान करने का निर्देश दिया है।बिहार देश का पहला राज्य होगा जो स्त्री जातियों के लिए उपरोक्त सभी प्रकार के आरक्षण देकर आगे बढ़ाने का काम किया।

राज्य की आधी आबादी को नीतीश जी की सरकार के इस फैसले से हौसले को एक और पंख से उड़ान भरने का मौका मिलेगा। जहां पहले कहा जाता था” पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब ,खेलोगे कूदोगे होगे खराब” यह बात को पुरुष वर्ग के खिलाड़ियों ने अपने-अपने खेल विद्या के कौशल से विश्वस्तरीय नाम और काम अर्जित कर ढेरों धन एवं सम्मान कमा कर गलत साबित किया,वहीं अब बेटियों को भी खेल में ज्यादा अवसर मिलेगा।

खेलकूद में नाम कमाएगी। 33% सीटें छात्राओं के लिए रिजर्व होने से खेलकूद की तरफ छात्राएं और और अधिक आकर्षित होंगी, प्रेरित होंगी। छात्राओं को और अधिक अवसर मिलेगा खेलकूद के क्षेत्र में आगे बढ़ने का। खेलकूद के क्षेत्र में लड़कियों की संख्या भी बढ़ेगी। खेलों में रुचि रखने वाली बेटियों का सपना होगा साकार ।बिहार के राजगीर में “खेल विश्वविद्यालय” का स्थापना से राज्य में खेलों को काफी बढ़ावा मिलेगा और बेहतर प्रशिक्षण भी मिलेगा। राजगीर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम भी बनाया जा रहा है।

राजगीर में “खेल अकादमी” का निर्माण कराया जा रहा है। इस तरह बालिका सशक्तिकरण का एक और प्रयास फलीभूत होगा। इससे पहले मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना द्वारा बालिका को प्रोत्साहन मिल रहा है। साइकिल, बच्चियों को मैट्रिक, इंटर में 25-25 हजार रुपये ,स्नातक में बालिकाओं को ₹50 हजार रुपये मिलने लगे हैं।बिहार सरकार, “बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी एक्ट 2021” से बेटियों के सपने को साकार करेगी।            

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