बिहार सरकार के प्रयासों से स्कुल जाने वाली लड़कियों की संख्या हुई शत-प्रतिशत: राजीव रंजन

पटना: बिहार सरकार को महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक  राजीव रंजन ने कहा “ सत्ता में आने के बाद से ही प्रदेश की बिहार सरकार का फोकस राज्य की आधी आबादी को उसका वाजिब हक दिलाने का रहा है. इसीलिए राज्य सरकार ने पिछले 13 वर्षों में प्रदेश में महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए मिशन मोड में कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं. दरअसल बिहार सरकार ने लड़कियों के जन्म से लेकर, उनकी शिक्षा-दीक्षा और उनके स्वावलंबन तक के लिए प्रावधान किए हुए हैं, जिसका बिहार की महिलाओं पर पड़ने वाला सकारात्मक प्रभाव साफ़ दिखाई दे रहा है.

याद करें तो 2005 एनडीए सरकार के सत्ता में आते समय, बिहार में स्कुल जाने वाली लड़कियों का प्रतिशत महज 12.5% था. बिहार में लड़कियों की शिक्षा दर एक चुनौती बनी हुई थी, जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने साइकिल योजना, पोशाक योजना तथा छात्रवृति प्रदान करने जैसे कुछ साहसिक कदम उठाए. आज सरकार के उन्ही निर्णयों की बदौलत, बिहार में स्कुल जाने वाली छात्राओं का प्रतिशत बढ़कर 100% हो चुका है, यानी आज बिहार की लगभग सारी लड़कियां स्कुल जा रही हैं. इसके अलावा सरकार के सामने दूसरी बड़ी चुनौती लड़कियों में उच्च शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ाना था.

गौरतलब हो कि पहले आर्थिक अभाव और कम उम्र में शादी-ब्याह हो जाने के कारण अधिकांश छात्राएं दंसवी के बाद आगे पढाई नहीं कर पाती थीं. सरकार ने इन समस्याओं को समझा और इंटर और ग्रेजुएशन पास करने वाली लड़कियों के लिए प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया वहीं दूसरी तरफ कम उम्र में लड़कियों की शादी रोकने के लिए सरकार ने जबर्दस्त सामाजिक जागरूकता फ़ैलाने का भी काम किया. बताते चलें कि आज इंटर पास करने पर छात्राओं को 10 हजार और स्नातक करने पर 25 हजार की राशि दी जाती है. आज जन्म से लेकर स्नातक तक बिहार सरकार लड़कियों को कुल 54 हजार रुपए प्रति छात्रा प्रदान कर रही है. सरकार के प्रयासों के सफलतापूर्वक धरातल पर उतरने से आज उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली लड़कियों की संख्या भी पहले से काफी बढ़ चुकी है.”

Facebook Comments