प्रथम बार सरकारी चीनी मिलों की रिकवरी निजी चीनी मिलों की तुलना में बढ़ी है,जो महत्वपूर्ण है
Date posted: 22 November 2018

लखनऊ 21 नवम्बर, प्रदेश के गन्ना मंत्री श्री सुरेश राणा द्वारा दिनांक 22 नवम्बर को नव नियुक्त 851गन्ना पर्यवेक्षकों को मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र प्रदान किये जाने वाले कार्यक्रम की व्यापक समीक्षा की गयी। इस संबंध में गन्ना संस्थान में आयोजित प्रेसवार्ता में प्रेस प्रतिनिधियों को श्री
राणा ने अवगत कराया कि उनके द्वारा उ.प्र. सहकारी चीनी मिल्स संघ लि. कीभी समीक्षा की गई और आगामी 15 फरवरी 2019 तक रमाला शुगर मिल संचालित होजायेगी और जिसमें 27 मेगावाट का कोजन प्लांट भी स्थापित होगा। श्री राणाने प्रेस प्रतिनिधियों को यह भी अवगत कराया कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा एवं कुशल मार्गदर्शन से प्रथम बार सरकारी चीनी मिलों की रिकवरी निजी चीनी मिलों की तुलना में अत्यधिक बढ़ी है, जो अपने आप में एक महत्वपूर्ण बात है।
श्री राणा ने अपने सम्बोधन में जानकारी दी कि पिपराइच स्थित शुगर मिल को अत्याधुनिक बनाया जायेगा, ताकि बेहतर तरीके से एथनाॅल से जूस बनाने काकाम प्रारम्भ किया जा सके। उन्होंने बताया कि इसी सत्र में मुंडेरवा चीनीमिल का भी संचालन किया जायेगा। इन मिलों के संचालन से एक ओर जहां रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे वहीं पर लाखों किसानों को इसका आर्थिक फायदा होगा। गन्ना मंत्री द्वारा यह भी बताया गया कि कुल 119 चीनी मिलों में से वर्तमान में 90 शुगर मिलें संचालित हैं, जिनमें से निगम की 01, कोआपरेटिव 16 तथा निजी क्षेत्र की 73 चीनी मिलें हैं तथा 25 नवम्बर तक प्रदेश की
सभी मिलें संचालित हो जायेंगी।
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