उत्तर प्रदेश में 3.25 लाख बेघरों को आश्रय गृहों में दी गई शरण
Date posted: 16 February 2021
लखनऊ: शहरी बेघरों को आश्रय दिये जाने हेतु जनपदीय डूडा द्वारा मिशन कर्मियों, आश्रय संचालक संस्थाओं, नगरीय निकायों के प्रतिनिधियों एवं स्थानीय पुलिस के सहयोग से रात्रि में विशेष अभियान का संचालन कर शहरी बेघरों को आश्रय गृहों में आवासित किया जा रहा है। शरद पूर्णिमा से अबतक 3.25 लाख से ज्यादा बेघर लोगों को आश्रय उपलब्ध कराया गया, जिसमें लगभग 40,000 व्यक्तियों को डूडा एवं नगर निगम की टीमों ने मिलकर रात्रि में अभियान के माध्यम से आश्रय गृहों में शरण दी।
इस अभियान के प्रचार प्रसार से आश्रय गृहों में 5000 से अधिक व्यक्तियों द्वारा प्रत्येक दिवस आश्रय लिया जा रहा है। अध्यक्ष राज्य स्तरीय अनुश्रवण समिति, उ0प्र0 से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में क्।ल्.छन्स्ड के अन्तर्गत 104 आश्रय गृह क्षमता 6596 तथा नगरीय निकायों के 802 स्थाई आश्रय गृह एवं अस्थाई रैन बसेरा क्षमता 14482 का संचालन कोविड-19 हेतु शासन द्वारा निर्गत निर्देशों का अनुपालन कराते हुए किया जा रहा है।
शहरी बेघरों को सभी मूलभूत सेवाओं एवं सुविधाओं से युक्त सभी मौसम के लिए स्थायी आश्रय गृह उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (क्।ल्.छन्स्ड) के घटक शहरी बेघरों हेतु आश्रय योजना (ैन्भ्) के अन्तर्गत आश्रय गृहो का निर्माण एवं संचालन का कार्य नगर विकास विभाग द्वारा प्राथमिकता से कराया जा रहा है। शहरी बेघर, गूगल के माध्यम से नचेीमसजमतीवउमण्वतह बेवसाइट पर जाकर शहर विशेष में उपलब्ध स्थाई आश्रय गृहों की सूचना प्राप्त कर सकते है।
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