61 मॉनिटर लिज़र्ड ‘गोह’ का हुआ देशभर में शिकार, आरटीआई से खुलासा
Date posted: 18 June 2021
गोह (Monitor lizard) सरीसृपों स्क्वामेटा (Squamata) गण के वैरानिडी (Varanidae) कुल के जीव हैं, जिनका शरीर छिपकली के सदृश, लेकिन उससे बहुत बड़ा होता है।
गोह छिपकिलियों के निकट संबंधी हैं, जो अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, अरब और एशिया आदि देशों में फैले हुए हैं। ये छोटे बड़े सभी तरह के होते है, जिनमें से कुछ की लंबाई तो 10 फुट तक पहुँच जाती है। इनका रंग प्राय: भूरा रहता है। इनका शरीर छोटे छोटे शल्कों से भरा रहता है। इनकी जबान साँप की तरह दुफंकी, पंजे मजबूत, दुम चपटी और शरीर गोल रहता है।
गोह जब दौडती है तब पूछ ऊपर उठा लेती है। गोह मेंढक, कीडे-मकोडे, मछलियाँ और केकडे खाती है। यह बडी गुस्सैल स्वभाव की है। गोह आजकल बरसात से पहले किसी बिल या छेद में १५ से २० तक अडे देती है। मादा अंडों को छिपाने के लिए फिर भर देती है और बहकाने के लिए चारों ओर दो-तीन और बिल खोदकर छोड देती है। आठ नौ महीने के बाद कहीं सफेद रग के अंडे फूटते है। छोटे बच्चों के शरीर पर बिंदिया, व चमकदार छल्ले होते है। गोह पानी में रहती है। तराकी में दक्ष है यह, साथ में तेज धावक व वृक्ष पर चढने में माहिर हैोती है। पुराने समय में जो काम हाथीघोडे नहीं कर पाते थे, उसे गोह आसानी से कर देती थी। इनकी कमर में रसा बाधकर दीवार पर फेंक दिया जाता था और जब ये अपने पंजों से जमकर दीवार पकड लेती थी, तब रस्सी के सहारे ऊपर चढ जाते थे।
Facebook Comments