वाराणसी में कू्रज बोट जल्द चलायी जाये: डा. नीलकण्ठ तिवारी
Date posted: 9 September 2020
लखनऊः प्रदेश के पर्यटन राज्य मंत्री, (स्वतंत्र प्रभार), डाॅ0 नीलकण्ठ तिवारी की अध्यक्षता में पर्यटन भवन, विपिन खण्ड, गोमती नगर, लखनऊ स्थित सभाकक्ष में उ0प्र0 राज्य पर्यटन विकास निगम की आय-व्यय एवं लाभ-हानि तथा प्रस्तावित योजनाओं से संबंधित समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
इस अवसर पर डा. तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वाराणसी में कू्रज बोट का संचालन शीघ्र प्रारम्भ किया जाये। पर्यटन निगम के होटलों के व्यवसाय में वृद्धि हेतु अतिशीघ्र कमेटी बनायी जाये, जोकि शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। प्रदेश में स्थित पर्यटन निगम के अन्तर्गत अरबन हाट का सुचारू संचालन, एम0एस0एम0ई0/ओडीओपी योजना के अन्तर्गत शिल्पकारों को बढ़ावा दिया जाये, जिससे पर्यटन निगम को अतिरिक्त आय प्राप्त हो सके। पर्यटन निगम का वृहद प्रचार-प्रसार करने के लिए सोशल साइटों, फेसबुक, ट्विटर आदि संसाधनों से भी प्रचार-प्रसार को बढ़ावा दिया जाये।
मिर्जापुर में नवनिर्मित रोप-वे के पहुच मार्ग को पर्यटकों हेतु सुगम बनाया जाये। चित्रकूट रोप-वे के नीचे स्थित भूमि पर स्थल विकास कार्य पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि रामगढ़ताल स्थित नवनिर्मित वाटर स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स एवं अन्य गतिविधियों का संचालन शीघ्र प्रारम्भ किया जाये। अयोध्या में पर्यटन की असीम सम्भावनाओं के दृष्टिगत एक बढ़ा होटल पर्यटन निगम के माध्यम से संचालित करने हेतु शीघ्र ही भूमि का चयन कर अवगत कराया जाना। हरिद्वार में वर्ष 2021 में आयोजित होने वाले कुम्भ में पर्यटन निगम द्वारा टेन्ट सिटी स्थापित करने के लिए प्रमुख सचिव, पर्यटन द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों की शीघ्र ही बैठक आहूत की जाये। समस्त कार्यों हेतु प्रबन्ध निदेशक द्वारा समय से पूर्ण कराने हेतु एक समय-सीमा (ज्पउम स्पदम) निर्धारित की जाये।
पर्यटन मंत्री द्वारा पर्यटन निगम के व्यवसाय एवं लाभ में हुई गिरावट के प्रति रोष प्रकट करते हुए यह निर्देशित किया गया कि होटलों के संचालन, साफ-सफाई अतिथियों की सेवा, खान-पान की गुणवत्ता एवं रख-रखाव इत्यादि पर विशेष बल दिया जाये एवं व्यवसाय में वृद्धि हेतु नये विकल्पों को तलाशा जाये, एवं संघन मार्केटिंग की जाये, जिससे कि पर्यटन निगम में आय की वृद्धि के साथ-साथ प्रदेश में आने वाले पर्यटकों में सकारात्मक संदेश पहुचे।
डा0 तिवारी ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में पर्यटन एक बहुआयामी गतिविधि के रूप में अपनी अलग पहचान के साथ परिलक्षित हो रहा है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटन को एक जन उपयोगी उद्योग के रूप में विकसित और प्रचारित-प्रसारित कराने हेतु शीर्ष प्राथमिकता प्रदान कर रही है, ताकि देश-प्रदेश में प्रभावी पर्यटन संस्कृति विकसित हो सके और विकास-रोजगार परक व पर्यावरण संरक्षित वातावरण का सृजन हो सके और उससे अधिकाधिक लोग लाभन्वित हो सकें।
प्रबन्ध निदेशक द्वारा पर्यटन निगम के कार्यकलापों का प्रस्तुतीकरण दिया गया, जिसमें पर्यटन निगम द्वारा संचालित 40 होटल इकाईयों एवं टैªवल डिवीजन के कार्यकलापों के साथ-साथ वित्तीय वर्ष 2018-19 के सापेक्ष 2019-20 के व्यवसाय एवं लाभ प्रस्तुत किये गये। इसके अतिरिक्त वित्तीय वर्ष 2020-21 के माह जुलाई तक के व्यवसाय एवं लाभ भी प्रस्तुत किये गये। वर्तमान में पर्यटन निगम द्वारा चित्रकूट में रोप-वे संचालन, गोवर्धन मथुरा में हेलीकाॅप्टर परिक्रमा, डिजिटल पेमेन्ट को बढ़ावा देने, गत वर्ष शिक्षा विभाग द्वारा दिल्ली के 1.83 लाख स्कूली बच्चों को स्थानीय भ्रमण कराया जाना आदि विषयों पर प्रस्तुतीकरण दिया गया।
प्रस्तुतीकरण में कोविड-19 के दृष्टिगत पर्यटन निगम के व्यवसाय में हुए प्रतिकूल प्रभाव का भी उल्लेख किया गया। उक्त के अतिरिक्त लाॅकडाउन पीरियड में समस्त होटलों की साफ-सफाई एवं सैनेटाईजेशन के साथ-साथ कोरोना वाॅरियर्स के आवास एवं खान-पान की सुविधा भी पर्यटन निगम के कई होटलों में उपलब्ध करायी जा रही है, का भी उल्लेख किया गया है।
प्रस्तुतीकरण में पर्यटन निगम द्वारा भविष्य हेतु किये जाने वाले प्रमुख कार्यो यथा-विन्ध्याँचल रोप-वे का संचालन, लखनऊ रेजीडेन्सी में लाईट एण्ड साउण्ड शो का संचालन, आगरा में प्रो-पूअर पर्यटन विकास योजना के अन्तर्गत आगरा एवं मथुरा में नवीन वाहन पार्किंग का संचालन, हरिद्वार में कुम्भ 2021 के अवसर पर टेन्ट सिटी स्थापित किया जाना आदि का प्रस्तुतीकरण दिया गया।
बैठक में जितेन्द कुमार प्रमुख सचिव पर्यटन, एन0जी0 रविकुमार महानिदेशक एवं सचिव पर्यटन, शिवपाल सिंह प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 पर्यटन निगम, कमलेन्द्र कुमार वित्त नियंत्रक, अक्षय नागर प्रबन्धक संचालन, नीरज पाहूजा प्रबन्धक कार्मिक/प्रचार प्रकाशन एवं बी0एस0 मेहता प्रबन्धक वक्र्स उपस्थित थे।
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