‘AAP’ में आरोपियों को सजा नहीं बल्कि उच्च पद दिया जाता है: नवीन कुमार
Date posted: 23 October 2020
नई दिल्ली: दिल्ली के अशोक विहार में आम आदमी पार्टी नेता एवं युवा दलित विकास मंच वजीरपुर गांव के उपाध्यक्ष हरीश कुमार भारती के खिलाफ युवती से दुष्कर्म और मारपीट का मामला सामने आया है। इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दिल्ली भाजपा प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने कहा कि समय-समय पर आम आदमी पार्टी नेताओं के नाम छेड़छाड़, दुष्कर्म, मारपीट एवं अन्य महिला अपराध में संलिप्त पाए जाते हैं। यह बेहद ही शर्मनाक है की एक ओर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल महिला सुरक्षा के दावों को लेकर ढिंढोरा पिटवाते रहते हैं, वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने ऐसे नेता और पदाधिकारियों की फौज खड़ी की हुई है जो महिला अपराध में आरोपी हैं।
नवीन कुमार ने दिल्ली सरकार की महिला सुरक्षा को लेकर किए गए दावों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी जिसके मुखिया स्वयं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं, जब वह अपनी पार्टी के नेताओं से दिल्ली की बेटियों को सुरक्षित नहीं रख पा रहे हैं तो उनके द्वारा किए गए महिला सुरक्षा के दावों की हकीकत क्या होगी इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। हैरानी तो तब होती है जब महिला अपराध में आम आदमी पार्टी नेता संलिप्त होते हैं तब मुख्यमंत्री से लेकर उनका पूरा मंत्रिमंडल चुप्पी साध लेता है और अगर महिला अपराध किसी अन्य राज्य में हो तो पूरे गाजे-बाजे के साथ महिला सुरक्षा को लेकर राजनीति करना शुरू कर देते हैं। ऐसे अपराधियों पर केजरीवाल सरकार की चुप्पी बताती है कि आम आदमी पार्टी महिला विरोधी है और केजरीवाल सरकार से नेताओं को संरक्षण देते हैं।
नवीन कुमार ने कहा कि महिला सुरक्षा और उनके हितों की बड़ी-बड़ी बातें करने वाली आम आदमी पार्टी विधायक आतिशी या दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल भी आज कुछ बोलती भी नहीं दिख रही हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में महिला अपराध के आरोपियों को सजा नहीं बल्कि उच्च पद दिया जाता है। सोमनाथ भारती, संजय सिंह, दुर्गेश पाठक, शरद चैहान, संदीप कुमार, प्रकाश जरवाल जैसे आम आदमी पार्टी के कई नेता हैं जिन्होंने आम आदमी पार्टी सरकार की महिला सुरक्षा के दावों की पोल खोली। जनता ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को इस भरोसे के साथ चुना था कि वह उनकी सुरक्षा करेंगे लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल तो अपराधियों की सुरक्षा करते हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल कार्रवाई करने की बजाय चुप्पी साधना ज्यादा बेहतर समझते हैं लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री केजरीवाल से यही अपील है कि महिला सुरक्षा के लिए गंभीरता से इन मामलों का संज्ञान लें और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएं।
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