बिहार के किसानों ने जताया प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा: राजीव रंजन

पटना: भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने आज कहा कि किसानों के नाम पर विपक्षी दलों द्वारा कल आयोजित बंद को औंधे मुंह धराशायी कर बिहार के किसानों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है. यह कोई संयोग नहीं था कि इन दलों द्वारा इस बंद को सफल बनाने में पूरी ताकत झोंक देने के बावजूद बिहार का एक भी किसान इस बंद में शामिल नहीं हुआ. इस बंद को विफल करके यहां के किसानों ने यह दिखा दिया कि वह तन-मन से प्रधानमन्त्री मोदी व उनकी सरकार के साथ खड़े हैं. विपक्षी दलों के साथ किसानों का यह असहयोग उनके मन में प्रधानमन्त्री मोदी के प्रति बसे प्रेम और आदर को दिखाता है.

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इन 7 वर्षों में लोग समझ चुके हैं कि उनका भला मोदी सरकार ही कर सकती है. इन वर्षों में मोदी सरकार ने जिस तरह से किसानों की आय बढ़ाने और उनका जीवन सुधारने के लिए एक के बाद एक क्रांतिकारी कदम उठाये हैं, उसने किसानों के मन में एक नयी आशा और विश्वास का संचार किया है. अब किसानों पर यूरिया के लिए लाठियां नहीं चलती बल्कि किसान सम्मान निधि के तहत उनकी मेहनत को सलाम किया जाता है. अब किसानों को सहायता राशी के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते, बल्कि उन का हक का सारा पैसा बिना बिचौलियों के हाथों में गये, सीधी उनके खातों में पहुंच जाता है. यही सरकार है जिसने पहली बार उनकी आय दुगनी करने का संकल्प लिया है और उसे पूरा करने के लिए बीज से बाजार तक के प्रबंध कर रही है.

 श्री रंजन ने कहा कि मोदीराज में किसानों का हो रहा यह विकास कुछ ताकतों को पसंद नहीं आ रहा है. किसानों का सशक्तिकरण देख उनके सीने पर सांप लोट रहे हैं. उन्हें यह बर्दाश्त ही नहीं हो रहा है कि आखिर जिन किसानों को उन्होंने वर्षों तक अपनी आमदनी का जरिया बनाया हुआ था वह उनके चंगुल से आजाद कैसे हो रहे हैं. केंद्र सरकार द्वारा लाये गये तीन कृषि कानून इन्हीं बिचौलियों के ताबूत में आखरी कील साबित होने वाली है. इसीलिए आज यह बिचौलिए विपक्षी दलों के सहारे किसानों के नाम पर आन्दोलन कर, केंद्र और किसान दोनों को बदनाम करने में एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाये हुए हैं. यह ताकतें जान लें कि मोदी सरकार किसी भी कीमत पर किसानों का अहित नहीं होने देगी. किसानों का विकास रोकने के उनके सारे मंसूबे ध्वस्त हो जाएंगे.

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