कोविड के पहचान एवं प्रबंधन के लिए बिहार स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया हैंड बुक
Date posted: 11 January 2022
पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट से लड़ने के लिए लोगों को जागरुक करने में कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों के अलावे विज्ञापनों के जरिये जागरुकता ला रहे हैं, ताकि लोग कोरोना के प्रति सजग रहें। इस क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न समाचार पत्रों के हॉकरों के माध्यम से एक हैंड बुक का वितरण किया है, जिसमें कोविड संबंधी अहम जानकारियां साझा की गयी हैं। हैंड बुक होम आइसोलेशन, पहचान एवं प्रबंधन के नाम से प्रकाशित की गई है।
श्री पांडेय ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग समाचार पत्रों को नियमित पढ़ते हैं। उसके साथ इस आपदा से संबंधित हैंड बुक जब उन्हें अखबारों के साथ मिलेगा तो लोग अवश्य पढेंगे। उसमें लिखि बातें कोविड की लड़ाई में सहायक साबित होगी। स्वास्थ्य विभाग की यह पहल लोगों को कई अहम जानकारियां देने में सहायक हैं। हैंड बुक में इस बात का जिक्र है कि कोरोना के माइल्ड केस में आप घर पर अपने बचाव हेतु प्रबंधन कैसे कर सकते हैं। माइल्ड केस में बुखार, गले में खराश, खांसी, नाक बहना, बदनदर्द, सिरदर्द एवं थकान, पेट में ऐंठन, दस्त, स्वाद या गंध ना पहचानना आदि हैं। हैंड बुक में प्रोनिंग के विभिन्न प्रक्रियाओं की जांच, ऑक्सीजन लेबल एवं शरीर के तापमान और बुखार की जांच कैसे करें, उसके बारे में विस्तुत जानकारी दी गई है।
श्री पांडेय ने कहा कि हैंड बुक के जरिये स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को फैलने से रोकने का तरीका की जानकारी दी है। टेलीमेडिसीन सेवा एवं संजीवन मोबाइल एप के उपयोग की सही जानकारी के अलावे यह भी जानकारियां दी दी गयी हैं कि घर पर किन दवाइयों का सेवन करना है। उनमें पैरासिटामोल (500), एजीथ्रोमाईसिन (500), विटामिन सी टेबलेट, बी कॉम्पलेक्स, जिंक टैबलेट हैं। साथ ही कोरोना संक्रमित होने पर किस प्रकार का आहार लें। इसकी जानकारी भी दी गई है। मधुमेह, ब्लड प्रेशर, दमा, कैंसर का इलाज पहले की भांति कराते रहने की सलाह दी गयी है। संक्रमण होने पर तुरंत चिकित्सीय परामर्श लेने एवं विशेषकर यदि कोई अन्य गंभीर बीमारी हो तो उसके इलाज में भी कोताही नहीं बरतने की सलाह शामिल हैं।
Facebook Comments