ठहाका दिवस के रूप में मनाया गया प्रसिद्ध हास्य कवि भुशंडि का जन्म दिवस
Date posted: 19 May 2021
लखनऊ. भुशंडि साहित्य संस्थान की ओर से प्रसिद्ध हास्य कवि शारदा प्रसाद भुशंडि का 110वां जन्मदिवस मनाया गया। ठहाका दिवस के रूप में आनलाइन मनाये गये इस कार्यक्रम में देश के विख्यात हास्य कवियों ने भाग लिया। ठहाका सम्मेलन की अध्यक्षता प्रसिद्ध गीतकार रवीन्द्र कुमार राजेश ने की।
मुख्य अतिथि के रूप में भुशंडि हास्य रत्न से सम्मानित केदारनाथ शुक्ल उपस्थित थें। ठहाका सम्मेलन का शुभारम्भ अनिल बांके की रचना मै कवि कबाड़ सा मां मुझकों कंचन कर दे, मैं ठंूठ बबूल सा मां मुझको चंदन कर दे से हुआ। इस अवसर पर सीतापुर के कमलेश मौर्य, लखीमपुर के डा0 दिनेश चन्द्र अवस्थी, बुलन्दशहर के होशियार सिंह सहित अनेक खतरनाक हास्य कवि उपस्थित थे। अनिल बांके ने भुशंडि द्वारा रचित दोहे, भग्वन तेरे हाथ है, अब भारत की लाज, नेता तिकड़म बाज है, अफसर मक्खनबाज पढ़कर प्रसंशा बटोरी। इस अवसर पर अनिल बांके ने प्रसिद्ध मूर्तिकाार सुधीर शर्मा एवं एक्टर विनय श्रीवास्तव सहित सुधीर शर्मा द्वारा बनायी गयी भुशंडि की मूर्ति की स्थापना का संकल्प लिया। राजेन्द्र नगर के भुशंडि पार्क में भुशिडि की मूर्ति की स्थापना की जायेगी। इसके साथ ही भुशडि द्वारा लिखी गयी
भुशंडि रामायण जो वाल्मिकी रामायण का पद्यानुवाद है को प्रकाशित कर जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया। आनलाइन ठहाका सम्मेलन में हास्य कवियों ने वर्तमान परिस्थतियों पर व्यग्य कर लोगों को ठहाका लगाने पर मजबमर कर दिया।
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