लोक सभा और विधानसभाओं के चुनाव साथ कराने के समर्थन में हैं भाजपा-सुनील बंसल

लखनऊ 28 नवम्बर 2018, भारतीय जनता युवा मोर्चा काशी क्षेत्र का युवा संसद कार्यक्रम आज प्रयागराज में सम्पन्न हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोक सभा और विधानसभाओं के चुनाव साथ कराने के मसले पर भाजपा इस विचार के समर्थन में हैं। इससे हम पांच साल विकास पर ध्यान दे सकेंगे। पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार इस बात के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने की कोशिश कर रही है कि लोकसभा और राज्यों की विधानसभा के लिए एक साथ चुनाव हों। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी अपने वक्तव्य में भी कई बार यह बात कह चुके हैं।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद शुरुआती सालों में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ होते थे। हालांकि, इसके लिए कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं थी। तकरीबन 15 साल तक विधानसभाओं के चुनाव लोकसभा चुनावों के साथ चले लेकिन बाद में यह चक्र बदला। अब एक बार फिर से दोनों चुनाव एक साथ कराने की बात चल रही है तो इसके फायदों को समझना प्रासंगिक है। लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने का सबसे बड़ा फायदा यही है कि इससे राजनीतिक स्थिरता आएगी।
प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल जी ने कहा कि पांच साल तक किसी राज्य को अपनी विधानसभा के गठन के लिए इंतजार नहीं करना पड़े, इसके लिए यह सुझाव दिया जा रहा है कि ढाई-ढाई साल के अंतराल पर दो बार चुनाव हों. आधे राज्यों की विधानसभा का चुनाव लोकसभा के साथ हो और बाकी राज्यों का इसके ढाई साल बाद. अगर बीच में कहीं कोई राजनीतिक संकट पैदा हो और चुनाव की जरूरत पड़े तो वहां फिर अगला चुनाव ढाई साल के चक्र के साथ हो। उन्होंने कहा कि विधि आयोग ने 1999 में अपनी 117वीं रिपोर्ट में राजनीतिक स्थिरता को ही आधार बनाकर दोनों चुनावों को एक साथ कराने की सिफारिश की थी। चुनावी खर्च और अन्य संसाधनों की बचत लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने से होगी। दोनों चुनाव एक साथ कराने से तकरीबन 4,500 करोड़ रुपये की बचत होगी। अगर दोनों चुनाव एक साथ हों तो मोटे तौर पर सरकार का यह काम एक ही खर्च में हो जाएगा। उसे अलग से चुनाव कराने और सुरक्षा संबंधी उपाय नहीं करने होंगे। सुरक्षा बलों को भी बार-बार चुनाव कार्य में इस्तेमाल करने के बजाए उनका बेहतर प्रबंधन करके जहां उनकी अधिक जरूरत हो, वहां उनका इस्तेमाल किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव होने से कई स्तर पर प्रशासकीय सुविधा की बात भी कही जा रही है। अलग-अलग चुनाव होने से अलग-अलग वक्त पर आदर्श आचार संहिता लगाई जाती है। इससे होता यह है कि विकास संबंधित कई निर्णय नहीं हो पाते हैं। शासकीय स्तर पर कई अन्य कार्यों में भी इस वजह से दिक्कत पैदा होती है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष यदुवंश ने युवा संसद कार्यक्रम में विकास के अवसर एवं चुनौतियों के विषय पर उपस्थित युवा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां सदैव संवाद शून्य और विचार हीन रही है जबकि भाजपा  सदैव विचार और संवाद का सम्मान करने वाली पार्टी है उन्होंने आगे कहा कि विचार से ही लोकतंत्र चलता है संसद विचार को जानने और समझने का मुख्य केंद्र होता है जहां चुनौतियों पर चिंतन कर उसके समाधान का रास्ता निकाला जाता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  को स्वयं की मेहनत काबिलियत और पराक्रम से बना प्रधानमंत्री बताते हुए देश और प्रदेश में विधमान चुनौतियों को दूर करने वाले नेता अपने पिता वह तथाकथित परिवार के नाम से जाने पहचाने जाते हैं। वही नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत  महाशक्ति के रूप में विश्व पटल पर उभरा है उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को लोकतंत्र की अंतिम सीढ़ी पर खड़े रहने वाले लोगों को शीर्ष पर पहुंचाने वाली पार्टी बताया।
उन्होंने आगे कहा कि पूर्व की सरकार और घोटाला एक दूसरे का पर्याय थी मोदी जी ने विकास के नए नए आयाम एवं नारी शक्ति का कीर्तिमान स्थापित कर शौचालय निर्माण तथा उज्जवला योजना से भारत की जनता का दिल जीता है। प्रधानमंत्री जी ने युवाओं के लिए स्टार्टअप योजना, स्किल इंडिया मुद्रा लोन के माध्यम से करोड़ों युवाओं को रोजगार प्राप्त करवाने की दिशा में काम किया।
युवा मोर्चा प्रदेश मीडिया प्रभारी धनंजय शुक्ला ने बताया कि इस अवसर पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री रत्नाकर जी, कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी, क्षेत्रीय युवा मोर्चा अध्यक्ष राजेश राजभर, प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक दुबे, चेत नारायण सिंह, प्रदेश महामंत्री देवेंद्र सिंह पटेल, अजय राय, आयुषी श्रीमाली आदि अन्य युवा मोर्चा पदाधिकारी व कार्यकर्ता युवा संसद कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

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