26 जुलाई से 12 अगस्त तक चला आयुष्मान कार्ड बनावाने का अभियान
Date posted: 17 August 2021
नोएडा: जनपद गौतमबुद्धनगर में 26 जुलाई से 12 अगस्त तक आयुष्मान अभियान का आयोजन किया गया। इस दौरान आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड विहीन परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाये गये। जनपद में इस दौरान 1076 कार्ड बनाये गये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया- पहले यह अभियान 26 जुलाई से नौ अगस्त तक चलाया जाना था लेकिन शासन के निर्देश पर इसे 12 अगस्त तक बढ़ा दिया गया था।
डॉ. शर्मा ने बताया – अभियान के तहत लक्षित परिवारों को योजना के प्रति जागरूक करते हुए आयुष्मान कार्ड कैम्प तक लाने एवं अधिकतम पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनवाने के हरसंभव प्रयास किये गये। इस अभियान में ऐसे परिवारों को लक्षित किया गया, जिन परिवारों के एक भी सदस्य का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है।
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. अशोक कुमार ने बताया -आयुष्मान कार्ड विहीन परिवारों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के लिए 26 जुलाई से 12 अगस्त तक चले अभियान में सभी चारों ब्लाक में कैंप आयोजित किये गये। यह कैम्प सार्वजिनिक स्थल जैसे- पंचायत भवन, हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर, आंगनबाड़ी केन्द्र, प्राथमिक विद्यालय आदि पर लगाए गये। हर ब्लाक पर रोजाना दो-दो कैंप लगाये गये। उन्होंने बताया- जनपद में अभियान के दौरान 1076 आयुष्मान कार्ड बनाये गये।
आयुष्मान भारत योजना की जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक अनामिका ने बताया – योजना के अंतर्गत अब तक जनपद में 46785 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। जनपद में 35955 लाभार्थी परिवार हैं। अब तक 12142 लोग उपचार का लाभ ले चुके हैं। जनपद में इस योजना से संबद्ध आठ सरकारी अस्पताल और 37 निजी चिकित्सालय हैं।
योजना के नोडल अधिकारी डा. अशोक ने बताया आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से आच्छादित परिवारों को प्रतिवर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपये तक के निशुल्क उपचार की सुविधा अनुमन्य है। योजना का लाभ प्राप्त करके के लिए प्रत्येक पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड होना अनिवार्य है।
निशुल्क बनाए जाते हैं आयुष्मान कार्ड
डा. अशोक ने बताया – सरकार की ओर से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए ली जाने वाली 30 रुपये की फीस को खत्म कर दिया गया है। अब किसी लाभार्थी को कार्ड के लिये कोई फीस नहीं देनी होती। कार्ड बनवाने के लिये लाभार्थी का आधार कार्ड ,राशन कार्ड, परिवार पंजिका की नकल व प्रधानमंत्री का पत्र होना अनिवार्य है।सिर्फ 2011 की आर्थिक जनगणना के अनुसार चयनित पात्रों के ही आयुष्मान कार्ड बनाये जाते हैं।
किसी दूसरे के नाम बन गया है कार्ड तो न करें चिन्ता
नोडल अधिकारी ने बताया -यदि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आपके नाम का आयुष्मान कार्ड ( आयुष्मान कार्ड) किसी कारणवश किसी और नाम से जारी हो गया है तो चिंता की जरूरत नहीं है। घर बैठे इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर 180018004444 या 14555 पर दर्ज करा सकते हैं। यदि आपके पास योजना से प्राप्त कोई प्रामाणिक दस्तावेज उपलब्ध है, जैसे कि प्रधानमंत्री का पत्र या प्लास्टिक कार्ड है तो योजना से संबंधित दस्तावेज लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात डिस्ट्रिक्ट इम्प्लीमेंटेशन यूनिट (डीआईयू) टीम के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। संबंधित मामले की जांच के बाद शिकायत कर दी जायेगी, जिसके उपरांत लाभार्थी सूचीबद्ध चिकित्सालय या जन सुविधा केन्द्र पर जाकर अपना सही आयुष्मान कार्ड बनवा सकता है।
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