‘APP’ के मंत्री, विधायक और नेताओं की फर्जी डिग्री के मामले उजागर हुए हैं: चांदोलिया

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के विधायकों की फर्जी डिग्रियों की पोल लगातार खुलती जा रही है। विधानसभा चुनाव 2020 के लिए करोल बाग से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एवं दिल्ली के पूर्व महापौर योगेन्द्र चांदोलिया द्वारा करोल बाग से आम आदमी पार्टी विधायक विशेष रवि द्वारा चुनाव के दौरान डिग्रियों को लेकर दिए गए झूठे शपथ पत्र के खिलाफ दायर याचिका पर उच्च न्यायालय ने आज संज्ञान लिया है।

चांदोलिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पहले से ही कहती आ रही है कि आम आदमी पार्टी आम लोगों की नहीं बल्कि झूठे और आपराधिक लोगों की है। आम आदमी पार्टी के विधायक की फर्जी डिग्री का यह कोई पहला मामला नहीं है, कानून मंत्री रहे जितेंद्र तोमर भी फर्जी डिग्री के मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। हाल ही में विधायक प्रीति तोमर को भी हाईकोर्ट ने शैक्षिणक योग्यता की गलत जानकारी देने पर नोटिस जारी किया है।
चांदोलिया ने कहा कि जिस समय नामांकन पत्र की जांच चल रही थी उस समय भी उन्होंने विधायक विशेष रवि के झूठे शपथ पत्र की शिकायत पीठाशीन अधिकारी से की थी। उस समय आम आदमी पार्टी सरकार के दबाव में विशेष रवि का नामांकन पत्र रद्द नहीं हुआ। आज माननीय उच्च न्यायालय ने इसका संज्ञान लेते हुये आम आदमी पार्टी विधायक विशेष रवि को अपना पक्ष रखने के लिये 4 दिसम्बर, 2020 के लिए नोटिस जारी किया है।
चांदोलिया ने कहा कि विधायक विशेष रवि ने अपने शपथ पत्र में फर्जीवाड़ा करके वोटरों पर प्रभाव डालने के लिए अपनी शिक्षा के बारे में गलत तथ्य देकर अपना नामांकन पत्र दायर किया था। यह मामला इतना गंभीर है कि उनका चुनाव रद्द होना और आगामी चुनाव लड़ने पर रोक लगना लगभग तय है। इसी संबंध में उन्होंने उच्च न्यायालय की तारीख के बाद यह भी तय किया कि वह इस अपराध के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।
चांदोलिया ने कहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव में विशेष रवि ने जो शपथ पत्र फाइल किया था उसमें उन्होंने शिक्षा में बी.कॉम  पास (2008) चैधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ दर्ज कराई थी, 12वीं कक्षा उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (2005) बताई थी और 10वीं कक्षा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (2003) बताई थी। वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में विशेष रवि ने जो शपथ पत्र फाइल किया था उसमें उन्होंने शिक्षा इग्नू में बी.ए. (प्रोग्रोमिंग) की पढ़ाई जारी करने की बात कही थी। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी उच्चतम शिक्षा केवल 10वीं कक्षा नेशनल इंस्टीट्यूट आफ ओपन स्कूलिंग (2003) में पास करने की बात कही है।

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