राजीव गाँधी फाउंडेशन के पैसों का देश को हिसाब दे कांग्रेस: राजीव रंजन
Date posted: 14 June 2021
पटना: कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कोरोना काल में राजीव गाँधी फाउंडेशन के योगदान का हिसाब मांगा. उन्होंने आज कहा कि किसी भी फाउंडेशन का निर्माण जनसेवा के लिए होता है. राजीव गांधी फाउंडेशन की वेबसाइट पर भी कुछ ऐसे ही उद्देश्य लिखे हुए हैं. लेकिन कोरोना महामारी जैसी भीषण आपदा में भी यह फाउंडेशन कांग्रेसी नेताओं की तरह जनसेवा से नदारद है.
कांग्रेस बताये कि कोरोना आपदा जहां कई छोटे-बड़े समाजिक संस्थान और कंपनियां सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर काम करती रही वहीं राजीव गाँधी फाउंडेशन क्यों कहीं नजर नहीं आ रहा? क्या यह फाउंडेशन सिर्फ पैसे खाने के लिए है, जनसेवा में उन्हें खर्च करने के लिए नहीं?
उन्होंने कहा कि अरबों रूपये दबाये बैठा यह वही फाउंडेशन है, जिस पर जाकिर नायक, राणा कपूर और मेहुल चौकसी जैसें भ्रष्टाचारियों से पैसे लेने के साथ-साथ भारत के दुश्मन और कोरोना वायरस के जनक देश चीन से भी पैसे खाने के आरोप लगे हुए हैं. इसके अतिरिक्त इसके कई कॉर्पोरेट घरानों से भी ठेकों के बदले भारी पैसा लेने की बात भी उजागर हुई थी. कहा जाता है कि यूपीए शासन में कई केंद्रीय मंत्रालयों के साथ सेल, गेल, एसबीआई आदि पर भी राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा देने के लिए दबाव बनाया जाता था. यहां तक कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में 2005-2008 के बीच पीएम राहत कोष से भी राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा ट्रासंफर किया गया था. उस समय सोनिया गांधी पीएमएनआरएफ के बोर्ड में भी थीं और आरजीएफ की अध्यक्ष भी थीं. वक्त आ गया है कि कांग्रेस देश को बताये कि आखिर राजीव गाँधी फाउंडेशन के पैसे खर्च कहां होते हैं?
श्री रंजन ने कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि आखिर राजीव गाँधी फाउंडेशन के तहत कितने कोविड अस्पताल खोले गयें, कितने ऑक्सीजन सिलिंडर व कंसेंट्रेटर खरीदें गयें और कहां-कहां उपयोग में लगे हैं? अपने उद्देश्यों में समाजसेवा को लेकर लंबी-चौड़ी हांकने वाला यह संस्थान आपदा के इस घनघोर संकट में क्यों सहयोग नहीं कर रहा.
Facebook Comments