पराली न जलाने के लिए किसानों को मुआवजा दें दिल्ली सरकार

नई दिल्ली:  दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली सरकार के इस दावे को झूठा बताया है कि यहां के किसानों को पराली से खाद बनाने की दवा वितरित की जा रही है। केजरीवाल सरकार के इस बारे में किए जा रहे दावों की सच्चाई जानने के लिए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां के कई गांवों का दौरा कर रिएलिटी चेक किया। आदेश गुप्ता को किसानों ने बताया कि वहां पराली को खाद में नहीं बदला जा रहा क्योंकि यह तुरंत सम्भव नहीं, ऐसे में खेतों मे पराली भारी मात्रा  में जमा है और सरकार 50 हजार रुपए का जुर्माना लगा रही है।

किसानों ने कहा कि अगर सरकार ने उन्हे  मुआवजा नहीं दिया तो वे मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों के आवास पर पराली डालेंगे और उनसे पराली से खाद बनाकर देने की मांग करेंगे। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में सरकार के झूठे प्रचार को बेनकाब किया। उन्होंने  किसानों के दर्द को साझा करते हुए आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर सरकार लगातार झूठा प्रचार कर रही है। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, प्रदेश उपाध्यक्ष जयवीर राणा, प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह और प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार उपस्थित थे।
आदेश गुप्ता ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि करोड़ों रुपए खर्च करके मुख्यमंत्री केजरीवाल पराली से खाद बनाने का टी वी पर प्रचार  कर रहे है लेकिन किसानों ने बताया कि किसी भी क्षेत्र में पराली से खाद नहीं बनाया जा रहा है। न ही केजरीवाल सरकार की ओर से किसी भी किसान को इस बाबत संपर्क किया गया है। अपने स्वार्थ के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली के किसानों को लेकर झूठ फैला रहे हैं और अन्य राज्यों में भी जाकर झूठा प्रचार कर रहे हैं। दिल्ली के हर गांव में पराली का ढेर लगा है और मुख्यमंत्री केजरीवाल देशवासियों को झांसा देने के लिए प्रचार करवा रहे हैं पराली से खाद बनाने का, यह केजरीवाल सरकार के झूठ की पराकाष्ठा है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार पराली से खाद तो नहीं बना रही है लेकिन किसानों को 50,000 रुपए जुर्माने का नोटिस जरूर भेज रही है। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के किसानों को किसान का दर्जा नहीं दिया, उन्हें खेती के लिए ट्यूबवेल लगवाने की अनुमति नहीं दी, कृषि उपकरणों की खरीद पर सब्सिडी नहीं दी। हैरानी की बात यह है कि जहां मुख्यमंत्री केजरीवाल गए वहां भी पराली से खाद नहीं बनाया गया। उन्होंने बताया कि पूसा इंस्टीट्यूट ने भी साफ किया है कि केजरीवाल सरकार की ओर से  पराली से खाद बनाने की  एक पैसे की दवा नहीं खरीदी गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल जनता की गाढ़ी कमाई को झूठे प्रचार में खर्च कर रहे हैं लेकिन जनहित की समस्याओं के समाधान के लिए एक भी पैसा नहीं खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली भाजपा का प्रतिनिधिमंडल  दिल्ली के अन्य गांवों का भी दौरा करेगा और भाजपा केजरीवाल सरकार के झूठ का पर्दाफाश करेगी।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार हर मामले पर झूठ बोलती है और समस्या का समाधान करने की बजाय  प्रचार में करोड़ों खर्च कर अपने झूठ को सही बताने में जुटी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जो झूठ की इमारत बनाकर सरकार चला रहे हैं उन्हें मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद को छोड़ देना चाहिए। दिल्ली भाजपा ने मांग की कि केजरीवाल सरकार पराली के लिए किसानों को मुआवजा दें, ऐसा नही करने पर दिल्ली भाजपा के नेतृत्व में सभी किसान पराली को मुख्यमंत्री आवास पर फेंकेंगे।

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