जर्जर हो चुकी परीवहन व्यवस्था के कारण दिल्ली ‘प्रदूषण राजधानी’ बन चुकी है: बिधूड़ी
Date posted: 19 November 2021
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता एवं नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा का प्रतिनिधिमंडल आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण को लेकर बातचीत करने के लिए मिलने गए, लेकिन भाजपा प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री आवास के बाहर ही रोक दिया गया क्योंकि हकीकत यह है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रदूषण को लेकर किसी भी तरह की चर्चा करने के पक्ष में ही नहीं है।
आदेश गुप्ता ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि पराली का घोल 40 हज़ार रुपये का और 16 करोड़ रुपये विज्ञापन पर खर्च कर दिया यानि 4 हज़ार गुना ज्यादा विज्ञापन पर खर्च किया। यदि यही रुपये स्मॉग टॉवर लगाने पर, प्रदूषण के रोकथाम पर किया गया होता तो आज दिल्ली की स्थिति कुछ और होती। दिल्ली के लोगों को राहत मिलती। उन्होंने कहा कि पंजाब हरियाणा की बात करने वाले केजरीवाल को पता होना चाहिए कि वर्तमान स्थिति में पंजाब और हरियाणा की वायु दिल्ली की तुलना में बेहतर और शुद्ध है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि पिछले सात सालों में अरविंद केजरीवाल सिर्फ घोषणाएं करते हैं और आज दिल्ली की जनता आज खुद को हैरान, परेशान और असहाय महसूस कर रही है। जनता दिल्ली के स्मॉग चैंबर में जीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि जो मूल समस्या है उसपर सिर्फ 40 हज़ार रुपये खर्च करना यह बताता है कि केजरीवाल सरकार प्रदूषण के प्रति अभी तक सिर्फ असंवेदनशील रवैया अपनाती रही है।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पराली से खाद बनाने की बात कही लेकिन एक छटाक भी खाद नहीं बनी और 16 करोड़ रुपये प्रचार पर बहा दिए गए। दिल्ली वालों के टैक्स के पैसे को जिससे किसानों को फायदा नहीं हुआ, केजरीवाल ने अपने प्रचार में खर्च कर दिए।
बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली की परिवहन व्यवस्था बिल्कुल जर्जर हो चुकी है जिसके कारण दिल्ली ‘प्रदूषण राजधानी’ बन चुकी है। 11000 इलेक्ट्रिक बसें लाने का वायदा किया था लेकिन केजरीवाल सरकार ने पिछले सात सालों में एक भी बस नहीं खरीदी और अभी जो बसें सड़कों पर दौड़ रही है, उनकी मीयाद खत्म हो चुकी है। इसलिए लोग इन बसों में चलने से डर रहे हैं जिसके चलते लोगों ने अपनी गाड़ियां निकाली है। दिल्ली में प्रदूषण के कारणों में इन गाड़ियों का योगदान 41 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की पीडब्ल्यूडी की जितनी सड़के हैं सभी टूटी हुई है। जिससे उनपर उड़ने वाले धूल से दिल्ली में प्रदूषण स्तर काफी बढ़ गया है। केजरीवाल सरकार ने अभी तक ना ही नई सड़कों का निर्माण तो दूर पुरानी सड़कों का मरम्मत तक नहीं करवाई है।
इस मौके पर प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव बब्बर, प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल, विधायक एवं मुख्य प्रवक्ता अभय वर्मा, भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट, जितेन्द्र महाजन, ओम प्रकाश शर्मा, अनिल वाजपेयी एवं अजय महावर, प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना, श्रीमती ममता काले, आदित्य झा एवं शुभेन्द्रु शेखर अवस्थी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
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