6 साल की विफलताओं का नतीजा है दिल्ली जल बोर्ड निजी कंपनियों के हवाले

नई दिल्ली:   केजरीवाल सरकार 6 साल से दिल्ली वालों को 24 घंटे पानी देने का दावा कर रही थी। लोगों को 24 घंटे पानी तो मिला नहीं, लेकिन केजरीवाल सरकार ने अपनी जिम्मारियों से बचने का विकल्प जरूर तलाश लिया है और दिल्ली जल बोर्ड को 10 जोनों में बांटकर उसे निजी कंपनियों के हाथों में देने जा रही है।

इसे लेकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार बिजली कंपनियों की तरह ही निजी कंपनियों के साथ साठगांठ कर दिल्ली जल बोर्ड को निजी हाथों में देने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि निजी कंपनियों के बहाने केजरीवाल सरकार अब अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेगी, जैसा कि बिजली कंपनियों के मामले में हो रहा है।
श्री गुप्ता का कहना है कि दिल्ली जल बोर्ड को निजी कंपनियों के हाथों में देने के साथ ही केजरीवाल सरकार नए घोटाले को अंजाम देने की तैयारी कर रही है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जारवाल का भी जिक्र करते हुए कहा कि सभी जानते है कि प्रकाश जारवाल ने दिल्ली जल बोर्ड में टैंकर लगवाने के नाम पर करोड़ों का घोटाला किया था। निजी कंपनियों के साथ साठगांठ करके केजरीवाल सरकार मनचाही कंपनी को दिल्ली जल बोर्ड का जिम्मा देगी।
श्री गुप्ता ने कहा कि हम सबने देखा है कि पिछले 6 सालों में केजरीवाल सरकार के शासनकाल में लोग पानी की बूंद-बूंद को तरस गए। बहुत सी ऐसी कॉलोनियों हैं जहां पर आज तक पानी की लाइन नहीं पहुंच पाई और कुछ जगहों पर पानी की पाइप लाइन है वहां पर पीने के पानी में सीवर का पानी मिला हुआ होता है। सीवरेज सिस्टम सही नहीं होने से मानसून में सड़के और गलियां तालाब में तब्दील हो जाती हैं। अब निजीकरण के बहाने इन सभी जिम्मेदारियों से केजरीवाल सरकार का पीछा छूट जाएगा। केजरीवाल सरकार बताये कि वह दिल्ली वालों के साथ घोखा क्यों कर रही है?

Facebook Comments