निर्माण श्रमिकों के 750 पुत्र/पुत्रियों को साइकिल का वितरण
Date posted: 12 February 2021
लखनऊ: प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत चलाये जा रहें जन-जागरूकता एवं श्रमिक हितलाभ वितरण कार्यक्रम में 13813 निर्माण श्रमिकों को उ0प्र0 भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया। इस अवसर पर उन्होंने पात्र श्रमिकों को 56025558 रूपये की धनराशि के प्रमाण पत्र वितरित किये।
श्रम मंत्री मौर्य आज कुशीनगर जनपद के उदित नारायण डिग्री कालेज, पडरौना के मैदान में आयोजित श्रमिक जागरूकता एवं हितलाभ वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि श्रमिको को लोक कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया। इस अवसर पर उन्होंने निर्माण कामगार, मृत्यु, एवं विकलांगता सहायता योजना में 33 लाख रूपये, अन्त्येष्टि सहायता योजना के अन्तर्गत 325000 रूपये के धनराशि वितरित की। कन्या विवाह सहायता योजना के तहत 8690000रूपये, बालिका योजना मद्द योजना तहत 1375000 रूपये, चिकित्सा सुविधा योजना के तहत 36887 रूपये तथा संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अन्तर्गत साइकिल वितरण सहित 2761500 रूपये की धनराशि वितरित की। मेधावी छात्र पुरस्कार योजना के तहत 28 हजार रूपये, आवास सहायता योजना के तहत 01 लाख रूपये, शिशु हितलाभ योजना में 1520000 रूपये तथा मातृत्व हितलाभ योजना के तहत 1039058 रूपये की धनराशि वितरित की गई। इस अवसर पर उन्होंने श्रमिकों के 750 पुत्र/पुत्रियों को अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए तथा विद्यालय जाने हेतु प्रोत्साहन स्वरूप साइकिल वितरित की।
श्रम मंत्री ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा संकल्प है कि सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास के साथ हम निरंतर कार्य करते रहें। श्रम विभाग श्रमिकों एवं उनके बच्चों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं श्रमिकों को श्रम विभाग की लोक कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित कर इन्हें समाज की मुख्य धारा में लाना हैै। श्रम विभाग श्रमिकों के बच्चों के लिए एवं इनकी शिक्षा में कोई कोर-कसर बाकी न रहे इस लिए कक्षा-1 से लेेकर उच्चतर शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा तक के लिए छात्रवृति की व्यवस्था की गयी। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि अब श्रमिकों के बच्चे पढ़-लिखकर अधिकारी बनें न कि मजदूर। उन्होंने मंच से अपील की कि मार्च, 2021 तक श्रमिकों को पंजीयन निःशुल्क होना है। अब श्रमिकों को पंजीकरण कराने के लिए ठेकेदार के प्रमाण पत्र की जरूरत नही है। अब स्वयं श्रमिक लिखकर देगा और श्रम विभाग पंजीकरण कर देेगा। श्रमिक भाई इसका अधिक से अधिक लाभ लेकर अपना पंजीकरण एवं नवीनकरण करायें तथा योजनाओं का लाभ लेकर अपना व अपने परिवार का जीवन खुशहाल बनायें। सरकार ने श्रमिकों के बच्चों को गुणवत्तायुक्त पढ़ाई के लिए प्रत्येक मण्डल में नवोदय विद्यालय के स्तर के अटल आवासीय विद्यालय बनाये जा रहें हैं। जहाॅ पर एक विद्यालय में एक हजार श्रमिक के बच्चे पढ़ सकेगें।
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