अपनी निजी विचारधारा को राष्ट्रहित से ऊपर न रखें: प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति के अनावरण के बाद एक बार फिर से वामपंथी छात्र सगठनों के इस लाल दुर्ग में विचारधाराओं की लड़ाई की चर्चा छिड़ गई है। वाम विचारधारा के गढ़ वाले इस विश्वविद्यालय में विवेकानंद की मूर्ति लगाए जाने के अब मायने तलाशे जा रहे हैं। माना जा रहा है कि युवाओं के आइकॉन स्वामी विवेकानंद की मूर्ति के जरिये कैंपस में विचाधाराओं का बैलेंस करने की कोशिश है।

पहली बार विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह पहल की है। हालांकि, जवाहर लाल नेहरू छात्रसंघ की ओर से इस पहल का विरोध करते हुए इसे संघ के एजेंडे से जोड़ दिया गया। लेकिन, विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज किया है।

Facebook Comments