तीन दशक बाद भी राजद को रंगदार उम्मीदवार पर ही भरोसाः मंगल पांडेय
Date posted: 8 October 2020
पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राजद को उस़की पुरानी संस्कृति का साया पीछा नहीं छोड़ रहा है। तीन दशक बाद भी राजद रंगदार उम्मीदवार के भरोसे सत्ता पर काबिज होने का ख्वाब देख रहा है। आसन्न विस चुनाव में राजद ने राजनैतिक व्यक्तियों, बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से इतर हिस्ट्रीशीटरों को अपना उम्मीदवार बनाया है। अगर ऐसे व्यक्ति फरार हैं, जेल में हैं या फिर राजद में उनका विरोध है, तो बैकडोर से उनकी पत्नियों को नुमाइंदगी का मौका दिया गया है।
इसका परिणाम हैं कि ऐसे उम्मीदवार नामांकन से पहले ही अपनी करतूतों से खुर्खियों में आने लगे हैं। सवाल पूछने पर राजद के एक निवर्तमान माननीय जहां दलित मतदाता के साथ असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हैं, तो वहीं दूसरे उम्मीदवार केस खत्म नहीं होने पर थाना को ही खत्म करने की धमकी दे रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राजद द्वारा अभी तक जो प्रत्यशियों की सूची जारी की गई है, उसमें जेल में रहकर भी मैदान में उतरे हैं। उनकी कारिस्तानी से पूरा बिहार अवगत है। ऐसे नेता कभी नेता प्रतिपक्ष की नजर में ‘बैड एलिमेंट्स’ माने जाते थे, लेकिन आज राजद के लिए यह वोट दिलाने वाले प्रतिष्ठित नेता हैं। पहले चरण में ही राजद ने राज्य की जनता के बीच ऐसे शातिरों को उतार कर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। इससे यह साबित होता है कि नेता प्रतिपक्ष अपने माता-पिता की परंपरा को कायम रखते हुए एक बार फिर बिहार को बदहालराज की ओर धकेलने को लेकर प्रयासरत हैै।
उन्होंने कहा कि राजद को एलइडी बल्ब रास नहीं आ रहा है। राजद जनता को लालटेन के सहारे ही रोशन करना चाहता है, लेकिन सूबे के करीब सात करोड़ वोटर लालटेन को हमेशा के लिए बुझा कर एनडीए को ही फिर से एलइडी बल्ब जलाने का मौका देगी।
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