कोरोनाकाल में MBBS और नर्सिंग शिक्षा से जुड़े अंतिम वर्ष के छात्र भी देंगे सेवा

पटना:  स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को बताया कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा मदद का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा राज्य के 9 मेडिकल काॅलेज सह अस्पतालों में आॅक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है।

श्री पांडेय ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन मेडिकल काॅलेज सह अस्पतालों में आॅक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगने से कोरोना मरीजों को पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन प्राप्त होने के साथ-साथ भविष्य में भी इसका लाभ मिलेगा।

श्री पांडेय ने बताया कि राज्य के एनएमसीएच, पटना, जेकेटीएमसीएच, मधेपुरा, विम्स, राजगीर और एमएनएमसीएच, गया में 2500 (एलपीएम) क्षमता वाला और पीएमसीएच में 5000 (एलपीएम) क्षमता वाला आॅक्सीजन जेनरेशन प्लांट आॅयल इंडिया लिमिटेड द्वारा लगाया जायेगा। जिसका आदेश निर्गत किया जा चुका है। इस पर कुल 21 करोड़ 46 लाख खर्च आयेगा। दूसरी ओरएसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर, डीएमसीएच, दरभंगा, जेएलएनएमसीएच, भागलपुर और एमजीकेएमसीएच, बेतिया में दो हजार लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला आॅक्सीजन जेनरेशन प्लांट नमलीगढ़ रिफायनरी लिमिटेड (एनआरएल) द्वारा लगाया जायेगा।

श्री पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोनाकाल में मानव बल की भी उपलब्धता सुनिश्चित कराने की दिशा में गंभीर है। कोरोना महामारी में अब एमबीबीएस और नर्सिंग शिक्षा से जुड़े अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राएं  भी अपनी सेवा देंगे। इसके लिए जहां एमबीबीएस छात्रों को 15 हजार, बीएससी नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को 14 हजार और जीएनएम के छात्र-छात्राओं को 12 हजार प्रतिमाह मानदेय प्राप्त होगा। नियुक्त ऐसे छात्र-छात्रों को कोरोनाकाल में की गई 100 दिन की सेवा को एक वर्ष के समतुल्य मानते हुए नियमित नियुक्ति में अंकों की अधिमानता भी देय होगा।

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