बिहार के किसानों के लिए वरदान साबित होंगे एफपीओ: राजीव रंजन

पटना:  किसानों की आय बढ़ाने के लिए किसान उत्पादक संघ को बेहद जरूरी बताते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा “ बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य के विकास के लिए किसानों का सशक्त होना काफी आवश्यक है. इसीलिए किसानों का विकास केंद्र व राज्य दोनों की प्राथमिकताओं में शुमार है. किसानों की आय बढ़ाने और उनके सुरक्षित भविष्य के लिए सरकार द्वारा फसल बीमा, सॉयल हेल्थ कार्ड, किसान सम्मान निधि, कुसुम योजना जैसी अनेकों योजनायें चलायी जा रही हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम अब साफ़ दिखाई पड़ने लगे हैं.

इसके अतिरिक्त सरकार ने उनके लिए बिजली, पानी, आवास, शौचालय जैसी मुलभुत आवश्यकताओं की भी व्यवस्था की है. इसी कड़ी में सरकार अब एफपीओ यानी किसान उत्पादक संघ पर ध्यान दे रही है. सरकार ने 10 हजार एफपीओ के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसके लिए 5 हजार करोड़ रु का आवंटन किया जा चुका है. इनसे जुड़े कृषि उद्यमी जितना निवेश करेंगे, सरकार की तरफ उन्हें उतनी ही आर्थिक मदद मुहैया करायी जाएगी. इसके तहत 15 लाख रुपए तक अनुदान, कृषि संयंत्र और अन्य आवश्यक चीजों में सब्सिडी के तौर पर उपलब्ध कराया जाएगा तथा साथ ही एक हजार एफपीओ के लिए तीन साल तक आर्थिक मदद दी जाएगी है.”

बिहार के किसानों को एफपीओ से अत्यधिक फायदा होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा “ खेती-किसानी की बेहतरी के लिए केंद्र-राज्य द्वारा किए जा रहे प्रयास बिहार जैसे कृषि आधारित राज्य और यहां के उद्यमियों के लिए वरदान साबित होने वाले हैं. वास्तव में बिहार में कृषि आधारित उद्योगों के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं. शाही लीची, मिर्चा चूड़ा, मखाना जैसे हमारे कई उत्पाद हैं, जिनकी मांग पूरी दुनिया में है. इसके अलावा मक्का, गन्ना, आलू जैसे उत्पादों की प्रोसेसिंग कर के भी बेहतरीन उत्पाद बनाए जा सकते हैं। जरूरत इनकी ब्रांडिंग कर, संगठित तरीके से बाजार में वितरण करने भर की है. इससे बिहार में न केवल लाखों रोजगारों का सृजन होगा बल्कि इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी और आत्मनिर्भर बिहार का संकल्प भी पूर्ण होगा.”

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