लट्ठमार टेक्नोलॉजी से सरकार नहीं चलती : राजीव रंजन

पटना: राजद नेता तेजस्वी यादव पर करारा प्रहार करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा, “ सत्ता का लालच जो न करा दे। इसे पाने के लिए कोई क्या-क्या कर सकता है, यह तेजस्वी से पता चलता है। दरअसल, दोष तेजस्वी से ज्यादा उनकी संगत का है। पहले तो बचपन से ही उन्हें राजद की लट्ठमार टेक्नोलोजी की सीख मिली बाद में रही-कसर उनके राहुल, अखिलेश यादव जैसे मित्रों ने पूरी कर दी।

आज तेजस्वी उन्हीं की देखा-देखी, चुनावी वादों के नाम पर बिना सोचे-समझे बेसिर पैर की हांकते नजर आते हैं। उनको पता है कि सत्ता में तो वह आने से रहे, बिहार की जनता ने तो उनको इतिहास के कूड़ेदान में डाल ही दिया है, तो हवा-हवाई वादे करने में क्या हर्ज है? ”

तेजस्वी के वादों को जुमला बताते हुए श्री रंजन ने कहा “ जिस पार्टी ने अपने शासनकाल में बिहार की प्रतिभाओं को बाहर जाने पर मजबूर कर दिया, जिनके कुशासन की मार सहकर राज्य के उद्योग-धंधों पर ताला लग गया था, उनके मुंह से शिक्षा व रोजगार की बातें शोभा नहीं देती। उदहारण के तौर पर आज जिस राज्य में भी इनकी और इनकी सहयोगियों की सरकार है, वहां के युवाओं की हालत इनके वादों की सच्चाई स्वत: बयान कर देती है। नौकरी के नाम पर गरीबों और जरुरतमंदों से उनके खून-पसीने से अरजी हुई जमीन लिखवा लेने वाले इन लोगों के पास कोई विजन ही नहीं है। तेजस्वी बताएं कि 2 साल उपमुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने कितनी नौकरियां दी थी?

उन्होंने कहा “ जनता भी जानती है कि तेजस्वी को बोलना है केवल, सो बोल दिया। धन्यवाद दीजिए भगवान का कि तेजस्वी के सलाहकारों ने उन्हें आलू से सोना बनाने वाली मशीन जैसी कोई सलाह नहीं दी है, नहीं तो उन्होंने अब तक उसका भी वादा कर दिया होता।”

श्री रंजन ने कहा कि तेजस्वी का नाटक जनता देख चुकी है। दो-दो बार वह बिहार की जनता से अपने पिता के अंधेरराज के लिए माफी मांग चुके हैं, लेकिन हकीकत क्या है? वह 20 से अधिक अपराधियों को टिकट दे चुके हैं, रात के अंधेरे में बाहुबलियों को सिंबल बांट रहे हैं, कोई फरार रेपिस्ट है, तो कोई जेल में है, जो सीधे चुनाव नहीं लड़ सकते, उन लोगों की पत्नियों को टिकट दिया है। हालांकि, आज के जमाने में जनता को इतनी आसानी से बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है, इसीलिए तेजस्वी भी निश्चिंत रहें, वह जहां हैं, जनता उनको वहीं रखेगी।

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