पूर्वांचलवासियों के लिए दिल्ली सरकार दे छठ महापर्व के आयोजन की अनुमति
Date posted: 16 November 2020
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा छठ महापर्व पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण दिल्ली में रह रहे पूर्वांचली भाई-बहनों में रोष है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि पूर्वांचलवासियों के लिए छठ पर्व सबसे बड़ा पर्व है और छठ व्रती इसे किसी भी हाल में नहीं छोड़ सकते हैं। दिल्ली सरकार के तुगलकी फरमान के कारण सबसे ज्यादा समस्या उन पूर्वांचल वासियों को है जो छोटे-छोटे फ्लैट्स में रहते हैं और वह छठ महापर्व करने के लिए छठ घाटों पर आश्रित है।
आदेश गुप्ता ने बताया कि विशेष स्वच्छता अभियान के तहत भाजपा शासित नगर निगम के पार्षदों ने छठ घाटों की साफ-सफाई करवा दी है लेकिन वहां पर बिजली-पानी की व्यवस्था करने, आपदा प्रबंधन टीम को लगाने दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि क्या मुख्यमंत्री केजरीवाल हिंदू विरोधी है या वह बिहार-उत्तर प्रदेश वासियों के विरोध में है या सिर्फ वह एक धर्म विशेष के लोगों के पक्ष में ही निर्णय लेती है?
आदेश गुप्ता ने कहा कि करोड़ों खर्च करके अपना चेहरा चमकाने और खुद को भक्त साबित करने के लिए खर्च कर रहे हैं लेकिन असल में खुद को दिल्ली का बेटा और बड़ा भाई कहने वाले मुख्यमंत्री केजरीवाल की पूजा भी तभी सार्थक होगी जब माताएं-बहनें-भाई जिन्होंने पिछले वर्ष में लिए गए प्रण के अनुरूप उसी स्थान पर छठ मैया की पूजा करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल को सच में दिल्ली का बेटा और बड़ा भाई होने का धर्म निभाना है तो उन्हें छठ व्रतियों के पूजा के लिए या तो हर पार्क में गड्ढे खुदवा कर स्वच्छ पानी और बिजली की व्यवस्था करें ताकि पानी में उतर कर छठ व्रती छठी मैया की पूजा और भगवान सूर्य की आराधना कर सकें, या अन्य पर्व या आयोजन को लेकर जिस प्रकार गाइडलाइन जारी की गई उसी प्रकार छठ को लेकर भी गाइडलाइन जारी कर छठ महापर्व के आयोजन की अनुमति दें। पूर्वांचलवासियों की धार्मिक भावनाओं को आहत ना करते हुए दिल्ली सरकार को शीघ्र ही सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए।
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