विचारधारा आधारित भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र भी है: बी. एल. संतोष
Date posted: 1 July 2021
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी. एल. संतोष ने कहा कि देश में इस समय सिर्फ भाजपा ही एकमात्र ऐसा दल है जिसमें आंतरिक लोकतंत्र जिंदा है। उन्होंने प्रदेश कार्यकारिणी की एक दिवसीय बैठक समापन भाषण देते हुए कहा कि इस मामले में कम्युनिस्ट पार्टी को भी रखा जा सकता है, लेकिन वे अब महत्वहीन हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा एक विचारधारा पर आधारित पार्टी है जो अपनी संगठनात्मक पद्धति से कोई समझौता नहीं करती। यहां पद पाने के लिए किसी की शिक्षा यां पृष्ठभूमि काम नहीं करती बल्कि उसका पार्टी विचारधारा और संगठन के प्रति लगाव और जिम्मेदारी का भाव काम करता है।
उन्होंने कहा कि व्यक्तिवादी दल एक कमरे में चार लोगों के साथ बैठ कर पार्टी संविधान तक बदल देते हैं जबकि भाजपा जैसे संगठन में यह संभव नहीं है। कार्यकारिणी बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं दिल्ली भाजपा के प्रभारी बैजयंत जय पांडा, राष्ट्रीय मंत्री एवं दिल्ली भाजपा की सह-प्रभारी डाॅ अलका गुर्जर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता, नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, प्रदेश महामंत्री सर्व कुलजीत सिंह चहल, हर्ष मल्होत्रा एवं दिनेश प्रताप सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष सर्व अशोक गोयल देवराहा, राजन तिवारी, राजीव बब्बर, वीरेन्द्र सचदेवा, जयवीर राणा, सुनील यादव, करम सिंह कर्मा, बरखा सिंह, प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल, मीडिया सह-प्रभारी अनिल वर्मा, प्रदेश मंत्री सरदार इम्प्रित सिंह बख्शी, नीलम धीमान, मोहन लाल दायमा, गौरव खारी, लता सोढ़ी, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष वासु रुखड़, प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष योगिता सिंह, प्रदेश किसान मोर्चा अध्यक्ष विनोद सहरावत, प्रदेश पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष कौशल मिश्रा, अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष विनोद गोठवाल, ओबीसी मोर्चा संतोष पाल एवं अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष मो. हारुन सहित अन्य प्रदेश पदाधिकारी मौजूद थे।
बी. एल. संतोष ने कहा कि जहां श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इस दल को राजनीतिक विचारधारा दी, वही दीनदयाल उपाध्याय ने इसे संगठनात्मक ढ़ाचा दिया। विचारधारा और संगठन में कैसे भी मतभेद हो, उन्हें दूर करने का प्रयास रहता है क्योंकि पार्टी में मिल बैठ कर व्यक्ति को नहीं उसके स्वाभाव को बदलने का प्रयास रहता है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति सभी अच्छे होते हैं जरुरत उनमें विचारधारा और संगठन के प्रति समर्पण भाव लाने की है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को मधुमक्खी की तरह से कार्य करने की सलाह देते हुए कहा कि पदाधिकारियों को चाहिए कि वे संगठन के प्रति समर्पण के भाव से संगठन विस्तार में कार्य करते रहे।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं दिल्ली प्रभारी बैजयंत जय पांडा ने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से भाजपा कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर सेवा ही संगठन के तहत जनसेवा कार्य किए हैं, अब उससे भी ज्यादा जोश में पार्टी विचारधारा एवं संगठन को बढ़ाने के लिए और मौजूदा दिल्ली की केजरीवाल सरकार की कार गुजारियों को उजागर करने के लिए जन अभियान चलाना चाहिए। कार्यसमिति की बैठक का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
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