केजरीवाल ईमानदार हैं तो परिवहन मंत्री को बर्खास्त करें: आदेश गुप्ता
Date posted: 2 July 2021
नई दिल्ली: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर देश का सर्वाधिक भ्रष्ट मुख्यमंत्री होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि वे ईमानदार है तो उस परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को तुरंत बर्खास्त करें जो बस खरीद में 5000 करोड़ की घोटाले के जिम्मेदार हैं।
मुख्यमंत्री आवास के बाहर भाजपा की ओर से आयोजित 1000 बसों की खरीद में 5000 करोड़ का घोटाला करने के विरोध में आयोजित धरना प्रदर्शन में आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की परिवहन व्यवस्था पूरी तरह धवस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की देन मेट्रो ने बचा रखा है नहीं तो यहां की बस व्यवस्था और भी बदतर होती। विरोध प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक विजेन्द्र गुप्ता, विधायक सर्व ओ. पी. शर्मा, मोहन सिंह बिष्ट, अनिल बाजपेयी, अजय महावर एवं जितेन्द्र महाजन, प्रदेश भाजपा महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह, प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
आदेश गुप्ता ने कहा कि अगर केजरीवाल वास्तव में ईमानदार हैं और इस बस घोटाले में उनका हाथ नहीं है तो उन्हें अपने परिवहन मंत्री, जो इस घोटाले के मुखिया हैं, उन्हें बर्खास्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि केजरीवाल खुद ही भ्रष्ट हो चुके हैं और भ्रष्ट कमाई के पैसे से अपनी पार्टी के विस्तार कार्यक्रम को चला रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल पर बिजली, पानी, पर्यावरण और शराब की होम डिलवरी में भी भारी घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल तभी तक ईमानदारी की बातें करते थे जब तक वह सत्ता में नहीं थे। सत्ता में आने के बाद वह यू-टर्न मुख्यमंत्री बन गए जो अपनी कही सारी बातों के उलट बात करता है।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बस घोटाले के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि इस घोटाले को विधानसभा में भी उठाया था, लेकिन सत्ता के मद में चूर आम आदमी पार्टी ने बहुमत के नीचे इसे दबाने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि विधानसभा में विजेन्द्र गुप्ता ने जो आरोप लगाए उसका सरकार के पास कोई संतोषजनक जवाब नहीं था। सरकार की ओर से किसी तरह की कार्यवाही न करने पर भाजपा विधायक दल ने इस मामले को उपराज्यपाल के यहां इसकी जांच के लिए उठाया।
विजेन्द्र गुप्ता ने बस घोटाले के विरोधस में दिए गए घटनाक्रम को केजरीवाल सरकार के ताबूत में अंतिम कील बताया। गत 13 वर्षों में दिल्ली परिवहन निगम ने एक भी बस नहीं खरीदी। निगम के पास जो 3500 बसें हैं उनमें से अधिकांश बसें जल्दी ही सेवा से बाहर हो जायेंगी क्योंकि उनकी आयुसीमा पूरी हो जाएगी। इसके बाद दिल्ली में बस व्यवस्था ठप हो जाने का खतरा बन जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने बसों की खरीद के लिए 900 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन इन बसों की वारंटी के दौरान रखरखाव पर 5000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे बड़ा कोई भ्रष्टाचार नहीं होगा। इसलिए परिवहन मंत्री की बर्खास्तगी जरुरी है।
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