क्या केजरीवाल सरकार का तुगलकी फरमान उनके मंत्रियों पर मान्य नहीं ?

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तुगलकी फरमान निकाल कर मास्क न पहनने पर 2000 रुपए का जुर्माना कर दिया है लेकिन उनके उपमुख्यमंत्री और नेतागण ही इस फरमान का पालन नहीं कर रहे हैं। दिल्ली भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने एकतरफा निर्णय से उन लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी जो मास्क नहीं खरीद सकते हैं लेकिन उपमुख्यमंत्री होकर भी मनीष सिसोदिया समारोह में बिना मास्क के शामिल हो रहे हैं। क्या मुख्यमंत्री केजरीवाल उन पर 2000 रुपए का जुर्माना लगाएंगे?

नवीन कुमार ने बताया कि गत शाम उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पूर्वी दिल्ली के सुख विहार कम्युनिटी सेंटर में सगाई समारोह में सम्मिलित हुए जहां उनके साथ अनेक लोगों ने मास्क नहीं पहना था, और लोगों की संख्या भी 150 से ज्यादा थी। ये समुदाय भवन आम आदमी पार्टी विधायक एसके बग्गा ने अपने परिचित के बेटे की सगाई समारोह के लिए बुकिंग करवाई थी, इस बात की तस्दीक उनके सिक्योरिटी कार्यक्रम से भी की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले भी आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान ने भी अपने समर्थकों के साथ बिना मास्क के ही फोटो खिंचवा रहे थे। क्या मुख्यमंत्री केजरीवाल का यह तुगलकी फरमान सिर्फ दिल्ली की आम जनता पर थोपे गए हैं? क्या मुख्यमंत्री केजरीवाल के मंत्री और विधायक कानून से ऊपर हैं? क्या 2000 रुपए का जुर्माना पैदल चलने वाले गरीबों के लिए ही है? दिल्ली के किसी भी होटल या बैंक्वेट हॉल में केजरीवाल सरकार के अधिकारी 50 आदमी से अधिक होने पर हज़ारों रुपए का चालान काट रहे हैं, उसको सील कर रहे हैं लेकिन जहां आम आदमी पार्टी के नेता होते हैं वहां सारे गुनाह माफ़ है।

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