उ0प्र0 के प्रत्येक स्कूल को स्मार्ट क्लास मिले ऐसा मेरा प्रयास है: डा. द्विवेदी
Date posted: 16 December 2020
लखनऊः उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 सतीश चन्द्र द्विवेदी ने कहा कि आज इस बात की प्रसन्नता है कि लगभग 24 करोड़ वाले उत्तर प्रदेश में जहां 01 लाख 58 हजार 631 विद्यालय हैं। बहुत सारे विद्यालयों का संविलयन कर रहे हैं उसके नाते यह संख्या बहुत कम लग रही होगी। लगभग 6 लाख शिक्षक, शिक्षिकाएं, शिक्षामित्र, अनुदेशक है। वहीं लगभग 01 करोड़ 80 लाख बच्चे, इतना बड़ा हमारा ढांचा है बेसिक शिक्षा विभाग का हमारे कई सारे विद्यालय अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। यह हमारे लिए गौरव की बात है कि जिन परिषदीय विद्यालयों में गरीब, मजदूर समाज के बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं, ऐसे परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है, मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है।
यह बातें डा0 द्विवेदी ने आज यहां प्राथमिक विद्यालय नरही में एच.डी.एफ.सी. बैंक द्वारा सी.एस.आर. फण्ड से लखनऊ जनपद के 50 विद्यालयों में स्मार्ट टी0वी0 लगाये जाने हेतु कार्यक्रम व इस स्कूल में स्मार्ट क्लास का उद्घाटन करने के उपरान्त कही। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को बेहतर ढंग से शिक्षा प्रदान की जाये। इसका ध्यान परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए सरकार द्वारा मध्याह्न भोजन, स्वेटर, जूता, भोजन, यूनी फार्म, किताब, बैग प्रदान किया जा रहा है। उ0प्र0 सरकार प्राथमिक शिक्षा के लिए बहुत गम्भीर है और बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए पूरा प्रयास किया कर रही है।
डा0 द्विवेदी ने कहा कि राज्य सरकार युद्ध स्तर पर प्रयास कर रही है कि परिषदीय विद्यालयों के भवन बेहतर हों, बुनियादी शिक्षा, आधुनिक शिक्षा सहित अन्य व्यवस्थाएं विद्यालय में उपलब्ध हों, जिससे सभी लोग परिषदीय विद्यालय में अपने बच्चों को पढ़ाने का काम करें। विद्या का मन्दिर कहे जाने वाले विद्यालय में अच्छी शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी एक अपील पर शिक्षा विभाग के शिक्षकों द्वारा एक दिन का वेतन कोविड केयर फण्ड में दिया, जो कुल 76 करोड़ 50 लाख से अधिक की धनराशि शिक्षा विभाग द्वारा दी गई, जो सभी विभागों से अधिक है। दूसरे नम्बर पर पंचायतीराज विभाग है तथा भारत सरकार का गृह मंत्रालय का अंशदान हमारे विभाग से अधिक है। पूरे देश में यदि रैंकिंग होगी तो बेसिक शिक्षा विभाग नम्बर एक पर होगा।
डा0 द्विवेदी ने कहा कि पुरातन छात्र परिषद के गठन का संचालन कराया जायेगा। इसके लिए आवश्यक आदेश निर्गत किये जायेंगे, जिसके अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय में पढ़े हुए छात्र सांसद, विधायक, आई.ए.एस., पी.सी.एस., डाक्टर, इंजीनियर बन गये हैं उनसे सम्पर्क किया जायेगा और उनको स्कूल में बुलाने का प्रयास किया जायेगा, उनके सम्मुख विद्यालय के सुधार में सहयोग का प्रस्ताव भी रखा जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सभी महिला शिक्षक सुकन्या समृद्धि योजना के तहत एक-एक खाता खुलवाने का कार्य करेंगी, जिससे इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लाभार्थियों को मिल सके। बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने में शिक्षक/शिक्षिकाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालय में जो बच्चे शिक्षा के लिए आते हैं उनको अच्छी शिक्षा मिले और उनका जीवन अच्छा हो इसको ध्यान में रखते हुए बच्चों को शिक्षा दी जानी चाहिए। जब बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करेंगे तो स्कूल, गांव, माता-पिता जिला व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालय में प्रतिभाशाली शिक्षक एवं शिक्षिकाएं हैं। लाॅकडाउन के दौरान शिक्षकों द्वारा आनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का कार्य किया गया और अभी भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 के प्रत्येक स्कूल को स्मार्ट क्लास मिले ऐसा मेरा प्रयास है। इसी दिशा में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर एच.डी.एफ.सी बैंक के वायस प्रेसीडेन्ट दीपक चोपड़ा ने कहा कि एच.डी.एफ.सी. बैंक समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बैंकिंग सेवा प्रदान करने का पूरा प्रयास कर रहा है। बैंकिंग सेवायें बेहतर ढंग से ग्रहकों को प्रदान करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर निदेशक बेसिक शिक्षा डा0 सवेन्द्र बहादुर विक्रम सिंह ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को आधुनिक एवं तकनीकी शिक्षा प्रदान की जाये ऐसा प्रयास बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा बच्चों को मिले इस ओर शिक्षक/शिक्षिकाएं पूरा प्रयास करें। कार्यक्रम में आये सभी को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर राज्य परियोजना कार्यालय के वरिष्ठ विशेषज्ञ रोहित त्रिपाठी सहित अन्य संबंधित अधिकारी, शिक्षक आदि उपस्थित रहे।
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