भेदभाव की राजनीति से अभी तक बाहर नहीं निकल पाए हैं केजरीवाल: आदेश गुप्ता
Date posted: 6 May 2021
नई दिल्ली: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आज कहा कि दिल्ली में जिस तरह से पिछले दो दिनों में निगम द्वारा चलाए जा रहे कुछ टीकाकरण केंद्रों को केजरीवाल सरकार द्वारा बंद करवाया गया है वह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। 18 साल से अधिक उम्र के युवाओं को टीका लगना है और ऐसे में अधिक से अधिक टीकाकरण केंद्र की जरूरत पड़ेगी, लेकिन नगर निगम के साथ केजरीवाल सरकार भेदभाव कर रही है।
उन्होंने आज हुए प्रेसवार्ता में केजरीवाल सरकार को जल्द से जल्द बन्द किये गए टीकाकरण केंद्रों को शुरू करने का आग्रह करते हुए कहा कि 2.25 करोड़ की आबादी वाली दिल्ली में लोग टीकाकरण कराने के लिए दर- दर भटक रहे हैं और दूसरी ओर केजरीवाल टीकाकरण केंद्रों को बंद किए जा रहे हैं। प्रेसवार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष श्री सुनील यादव और प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार उपस्थित थे।
आदेश गुप्ता ने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 64 जगहों पर टीकाकरण का कार्य शुरू किया गया था और साथ ही 20 केंद्र खोलने की भी बात की गई थी, लेकिन केजरीवाल सरकार ने नए केंद्र खोलने की तो दूर की बात है जो 64 टीकाकरण केंद्र चल रहे थे उनकी संख्या घटाकर 40 कर दी, यानी कुल 24 टीकाकरण केंद्र बंद करवा दिए। इसी प्रकार पूर्वी दिल्ली नगर निगम में कुल 20 टीकाकरण केंद्र चल रहे थे और 20 नए केंद्र खोलने की बात कहीं गई थी, लेकिन जो 20 टीकाकरण केंद्र चल रहे थे उन्हें अब घटाकर 12 कर दी गई है। इसी तरह दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में चलता है 53 टीकाकरण केंद्र को घटाकर 40 कर दी गई है जबकि 40 नए टीकाकरण केंद्रों को खोलने की बात कही गई थी। इस समय अधिक से अधिक केंद्र की जरूरत है ताकि 18 साल से अधिक के युवा टीकाकरण करवा सकें, लेकिन केजरीवाल के इस फैसले से साफ जाहिर है कि वह भेदभाव की राजनीति से अभी तक बाहर नहीं निकल पाए हैं।
आदेश गुप्ता ने कहा कि मैंने इस बारे में उप राज्यपाल श्री अनिल बैजल से भी बातचीत किया है, लेकिन केजरीवाल से नम्र निवेदन हैं कि वह दिल्ली की जनता की समस्या को समझे और बंद किये गए टीकाकरण केंद्रों को खोले। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की लापरवाही का नतीजा है कि ऑक्सीजन की सप्लाई और उसका वितरण प्रकिया पूरी तरह से फेल हो चुका है जबकि केंद्र सरकार दिल्ली को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है, लेकिन उसके बावजूद लोगों तक ऑक्सीजन सही समय पर नहीं पहुंच पा रहा है। इसका कारण यह भी है कि केजरीवाल सरकार ने काफी देर से टैंकर की व्यवस्था की।
आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की बड़ी संख्या में लोग होम आइसोलेट है जिन तक सही जानकारी देना और हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराना केजरीवाल सरकार की जिम्मेदारी थी, लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुए हैं। केजरीवाल द्वारा 14 डिस्ट्रीब्यूटर का नाम जो ऑक्सीजन सप्लाई करते थे अप्रैल महीने के अंतिम दिनों में ऐलान किया गया जो कि प्रशासनिक विफलता का एक उदाहरण है। यह काम पहले कर दिया गया होता तो कई लोगों की जान भी बच जाती और जो लोग ब्लैक में ऑक्सीजन खरीदने को मजबूर हो गए थे, उन्हें काफी सहायता मिल जाती। उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम इस कोविड की लड़ाई में पूरी तत्परता के साथ लगा है चाहे वह टीकाकरण की बात हो, लोगों तक दवाइयां पहुंचाने की बात है या फिर टेस्टिंग की बात हो, लेकिन केजरीवाल सरकार द्वारा सहयोग नहीं मिल पा रहा है। मुख्यमंत्री जवाब दें कि वह अस्थाई अस्पताल बनाने पर तो ध्यान दे रहे हैं पर पिछले 3 सालों से द्वारका में तैयार खड़े 1725 बेड के इंदिरा गांधी अस्पताल को चालू करने पर कोई ध्यान नही दिया गया। यही नहीं जनकपुरी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में सारी सुविधा होने के बावजूद भी सिर्फ 15 बेड ही चालू किये गए हैं। यह जानबूझकर दिल्ली में लोगों की सुनियोजित साजिश के तहत हत्या करवाने का प्रयास किया जा रहा है।
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