महर्षि वाल्मीकि जी के विचार और आदर्श हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत: गुप्ता
Date posted: 31 October 2020
नई दिल्ली: महाकाव्य “रामायण“ के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती पर आज दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता एवं प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन ने पुष्पांजलि कर उन्हें नमन किया और दिल्ली भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा द्वारा प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित विशाल भंडारे में भोजन वितरण किया। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने महर्षि वाल्मीकि जी को नमन कर वाल्मीकि समाज के बुजुर्गों को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष विष्णु मित्तल, प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार, दिल्ली भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष भूपेंद्र गोठवाल, प्रदेश प्रवक्ता मोहन लाल गिहारा, प्रदेश मंत्री लता सोढ़ी सहित प्रदेश पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रदेश कार्यालय के कार्यक्रम के उपरांत दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मंदिर मार्ग स्थित वाल्मीकि मंदिर में भगवान महर्षि वाल्मीकि जी के दर्शन की समस्त देशवासियों के उत्तम स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
महर्षि वाल्मीकि जी के जयंती की शुभकामनाएं देते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि देश और दुनिया को मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन से परिचित कराने का श्रेय महर्षि वाल्मीकि जी को जाता है। महर्षि वाल्मीकि जी की जीवनी को पढ़ने पर यह ज्ञात होगा कि हम दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्प शक्ति से अपनी मंजिल में आने वाली हर बाधा को पार कर सकते हैं। उन्होंने लोगों को समाज के अंदर की कुरीति और बुराई से निकलकर संस्कृति और अच्छाई की ओर जाने को प्रेरित किया। महर्षि वाल्मीकि जी ने पवित्र रामायण के रूप में प्रभु श्री राम के जीवन को वर्णित किया और हमें भगवान राम के जीवन को समीप से देखने का अवसर प्राप्त हुआ।
आदेश गुप्ता ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने भगवान राम के मूल्यों का प्रचार किया, साथ ही उन्होंने सामाजिक अन्याय के खिलाफ लोगों को शिक्षित किया। महर्षि वाल्मीकि जी के विचार और न्याय एवं सद्भावना के आदर्श हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने हमें करुणा प्रेम और समाज के अंदर सामाजिक एकता का पाठ पढ़ाया और उसी से प्रेरित होकर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वाल्मीकि बंधुओं का पैर पखारा और सामाजिक अखंडता की मिसाल दी। मुझे यह बताते हुए बहुत ही गर्व महसूस हो रहा है कि एक ओर दिल्ली सरकार 60 हजार करोड़ रुपए का बजट होने के बाद भी नगर निगमों का 13,000 करोड़ रुपए का फंड रोक कर बैठी है वहीं दूसरी ओर नगर निगम ने सफाई सैनिकों को स्थायी कर उन्हें महर्षि वाल्मीकि जयंती का उपहार दिया।
Facebook Comments