मौलाना कलीम सिद्दीक़ी की गिरफ्तारी असंवैधानिक: असलम
Date posted: 9 October 2021
शामली: धर्मांतरण की साजिश करने के जुर्म में गिरफ्तार मौलाना कलीम सिद्दीक़ी को लेकर मामला शांत होने का नाम ही नही ले रहा।उत्तर प्रदेश की उभरती हुयी पीस पार्टी ने एक बार फिर मौलाना कलीम सिद्दीक़ी का समर्थन करते हुये उनकी जल्द रिहाई की मांग की है।इसी विषय पर एक प्रेस वार्ता के दौरान पीस पार्टी के शामली जिला अध्यक्ष सैय्यद मो असलम ने बताया है कि बीजेपी की शुरुआत जातिवाद पर हुई और इसी पर खत्म हो जाएगी।
मौलाना कलीम सिद्दीक़ी जाने माने धर्म गुरु है ऐसे सज्जन इंसान की गिरफ्तारी असंवैधानिक है।मौलाना कलीम सिद्दीक़ी ने कभी भी जातिवाद को बढ़ावा नही दिया और न ही कभी भी किसी हिंदू धर्म के मानने वाले को ये कहा कि आप आए और इस्लाम धर्म अपनाए और न ही कभी कोई किसी के कहने से धर्म परिवर्तन करता है। जिसे जो धर्म अच्छा लगता है वो उसी धर्म मे चला जाता है ये बीजेपी पार्टी का एक षड्यंत्र है और इसी षड्यंत्र के तहत मौलाना कलीम सिद्दीक़ी की गिरफ्तारी हुई है।जो भी बीजेपी पार्टी या उनके नेताओं के खिलाफ बोलता है।
उसको गिरफ्तार करा देते है और मौलाना कलीम सिद्दीक़ी ने तो सभी धर्मो का सम्मान किया है लेकिन जातिवाद की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए मौलाना कलीम सिद्दीक़ी की गिरफ्तारी कराई गई है।ताकि बीजेपी को इस षड्यंत्र का लाभ मिल सके ताकि ये फिर से सत्ता को हासिल कर सके। लेकिन जनता समझ चुकी है और अबकी बार बीजेपी सत्ता से बाहर जाएगी।पीस पार्टी सरकार से अपील करती है कि मौलाना कलीम सिद्दीक़ी को जल्द से जल्द रिहा कर दे।अन्यथा पीस पार्टी अपने पूरे दल बल के साथ धरना प्रदर्शन करेगी और जेल भरी आंदोलन भी करना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे।
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