मोदी सरकार की 70 योजनाओं के 70 लाभार्थियों पर बनी डॉक्यूमेंट्री का नड्डा ने की उद्घाटन

नई दिल्ली: हम सबके प्रेरणा स्रोत और विश्व पटल पर भारत का मान-सम्मान बढ़ाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित सेवा सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत आज राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने वृक्षारोपण के उपरांत लाभार्थियों को पल्स ऑक्सीमीटर, दिव्यांगों को ट्राई साइकिल, बधिर जनों को कानों की मशीन, आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत जरूरतमंदों को रोजगार बढ़ाने के लिए फल और सब्जियों के साथ रेहड़ी-ठेला एवं अन्य उपकरण वितरित किया।

जगत प्रकाश नड्डा ने मोदी सरकार की 70 योजनाओं के 70 लाभार्थियों पर बनी डॉक्यूमेंट्री का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली प्रभारी श्याम जाजू, राष्ट्रीय मंत्री सुनील देवधर, दिल्ली भाजपा पूर्व अध्यक्ष व विधायक विजेंद्र गुप्ता, प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, प्रदेश महामंत्री  राजेश भाटिया, प्रदेश मंत्री गजेंद्र यादव, मीडिया प्रमुख अशोक गोयल देवराहा, चांदनी चैक जिलाध्यक्ष विकेश सेठी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व जिला मंत्री प्रवीण जैन ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि देशभर में 14 सितंबर से 20 सितंबर तक सेवा सप्ताह मनाया जा रहा है, कहीं रक्तदान, प्लाजमा डोनेशन, अस्पताल में फल वितरण, स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे हैं और विशेष बात यह है कि हर कार्यक्रम 70 अंक से जुड़ा हुआ है। सेवा कार्य जिले में 70 स्थानों पर कर रहे हैं, स्वच्छता अभियान भी 70 स्थानों पर कर रहे हैं, वृक्षारोपण भी जिले में 70 स्थानों पर किया जा रहा है और 70 पेड़ लगा रहे हैं। 70 के लक्ष्य को लेकर देश भर के करोड़ों कार्यकर्ता ईश्वर से यह प्रार्थना करते हैं कि माननीय मोदी जी दीर्घायु हो और लंबे समय तक देश की सेवा करें और देश को आगे लेकर चलें।
मंच पर आसीन और कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ता, इन सभी के साथ मैंने काम किया है। हम सब लोग एक ऐसे समय में काम कर रहे थे जब पाने को कुछ नहीं था खोने तो सब कुछ था। हम अगर छोटा सा मोहल्ले का चुनाव जीत जाते थे तो महीने भर धन्यवाद देकर हर्ष मनाते थे क्योंकि हमारी विचारधारा प्रबल थी लेकिन समर्थन उस समय जितना चाहिए था उतना नहीं था। समय के साथ भारतीय जनता पार्टी का कारवां बढ़ता चला गया, कभी सोचा नहीं था कि हमारे पार्टी से कोई भी प्रधानमंत्री बनेंगे। पहले हम नारा लगाते थे श्अगली बारी अटल बिहारीश्फिर हमने नारा बदला श्अबकी बारी अटल बिहारीश्। 1996 में स्वर्गीय अटल बिहारी जी के शपथ समारोह का वक्तव्य साझा करते हुए उन्होंने कहा कि पहली बार भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा के प्रधानमंत्री बने और उसके बाद नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद सिर्फ प्रधानमंत्री ही नहीं बदला बल्कि देश की राजनीति की संस्कृति बदल गई। संस्कृति छोटे-छोटे शब्द और छोटे-छोटे काम से बदली। मोदी जी ने कहा कि मैं प्रधान सेवक हूं, ये सेवक शब्द हमारी संस्कृति में डाला और यह बताया कि हम यहां राज करने नहीं आए हैं अपितु लोगों की सेवा करने आए हैं, लोगों की तकदीर बदलने आए हैं, देश को आगे ले जाने आए हैं।
श्री नड्डा ने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले देश की तस्वीर कुछ और थी, हर छोटा देश हमारे देश को हेय दृष्टि से देखता था, अखंड भ्रष्टाचार में डूबा हुआ देश था, दुनिया में हमारे देश की कोई पहचान नहीं थी, कोई भारत में निवेश करने के लिए तैयार नहीं था, विकास नहीं हो रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में विश्व भर में भारत की छवि बदली और दुनिया में मोदी जी सिर्फ भारत के प्रधानमंत्री के रूप में स्थापित नहीं हुए बल्कि विश्व नेता के रूप में स्थापित हुए। ब्रिटेन, जिसने सदियों तक हमारे देश पर राज किया वह कहे कि वो दिन दूर नहीं जब ब्रिटेन का प्रधानमंत्री भी भारतीय मूल का होगा, अगर डोनाल्ड ट्रंप चुनाव में मोदी जी का नारा श्सबका साथ सबका विकासश् का उपयोग करें, तो हमें यह समझ लेना चाहिए कि भारत इस स्थिति में आया है अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में भी लाखों भारतीय अपना योगदान देते हैं। और यही देश की ताकत है। हाॅउडी मोदी के दौरान जो लोग ह्यूस्टन में इकट्ठे हुए, ट्रंप ने भी देख कर कहा कि श्दिस इज नॉट पॉसिबल फॉर मीश्, यह आपके साथ ही हो सकता है, मैं यह दृश्य पहली बार देख रहा हूं। अहमदाबाद में भी हुए अपने स्वागत कार्यक्रम को देखकर ट्रंप अचंभित रह गए थे। दुनिया में स्थापित होने के साथ ही देश की तस्वीर भी बदली और तकदीर भी बदली। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे मोदी जी साथ कैबिनेट में काम करने का मौका मिला। 70 सालों में जिन 18000 गांव में बिजली नहीं पहुंची थी, वहां बिजली पहुंचाने के लिए भी मोदी जी ने प्रण लिया। हर बैठक में मोदी जी पूछा करते थे कि कितने गांव तक बिजली पहुंचाने का काम हुआ और आज उन सभी गांव में बिजली है। बिजली आने का मतलब होता है जीवन में परिवर्तन आना। बिजली आने से गांव में जो विकास हुआ है उसका साक्षी मैं खुद हूं। गांव में जो बिजली लगाना होता था तो जूनियर इंजीनियर बड़े धौंस के साथ ग्रामीण से बोलते थे कि तार है तुम्हारे पास, मतलब की तार देने का काम भी उस ग्रामीण का होता था जिससे अपने घर तक बिजली ले जाना था, बिजली के खंभे भी ग्रामीण ही उठाकर ले जाते थे और बिजली लग जाने पर ऐसे जताते थे कि जैसे उन्होंने ग्रामीण पर बहुत बड़ा उपकार किया है। मोदी जी ने प्रण लिया और 3 साल के अंदर ढाई करोड़ घरों के अंदर बिजली पहुंचाने का काम किया। उन्होंने बताया कि उन्हें एक बात एक बिजली लाभार्थी के घर जाने का मौका मिला, उनसे बिजली के बारे में पूछने पर लाभार्थी ने कहा कि हमने आज तक ऐसा परिवर्तन, ऐसी क्रांति नहीं देखी थी, सौभाग्य योजना के माध्यम से सुबह फॉर्म भर कर देने के बाद शाम तक मेरे घर बिजली आ गई।
श्री नड्डा ने कहा कि पहले विधायक और सांसद ही गैस सिलेंडर का कूपन बांटा करते थे, हमें पांच कुपन मिलते थे और अगर हमने जान-पहचान से 5 और कूपन उपलब्ध करवा लिए तो हम बहुत बड़े नेता कहलाते थे। आज मोदी जी के आने के बाद उज्जवला योजना के तहत 8 करोड़ गैस कनेक्शन मुफ्त दिए गए। गैस सिलेंडर सिर्फ समय पर भोजन तैयार करने के लिए नहीं है बल्कि इसने गांव में रहने वाली महिलाओं की तस्वीर बदली। 400 सिगरेट के बराबर का लकड़ी के चूल्हे से निकला हुआ धुआं उनके फेफड़े तक पहुंचता था। आज उज्जवला योजना के कारण सिर्फ महिलाओं का सशक्तिकरण ही नहीं हुआ है बल्कि उनके स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचा है। लगभग 33 करोड़ एलईडी बल्ब दिए गए, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1.5 करोड़ लोगों के घर बन चुके हैं और 2022 तक कोई भी व्यक्ति बिना पक्के मकान का नहीं होगा। श्जहां झुग्गी वहां मकानश् योजना को भी आगे बढ़ाया जा रहा है।
श्री नड्डा ने स्वास्थ्य पर चर्चा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य को पहले मजबूरी के दृष्टि से देखा जाता था कि किसी तरह से यह काम पूरा करो। आज मोदी जी के नेतृत्व में एम्स की संख्या 6 से बढ़कर 28 हुई है। लगभग 70 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं, मेडिकल की सीट्स दुगनी हुई है। आज मेडिकल को आगे बढ़ाया गया है और नेशनल एलिजिबिलिटी एंटरेंस टेस्ट करवाने से गांव के बच्चे भी आगे आ रहे हैं, क्षेत्रीय भाषा में परीक्षाएं हो रही है इसलिए सब अंग्रेजी से पढ़े हुए बच्चे ही डॉक्टर नहीं बन रहे हैं बल्कि गांव के पढ़े हुए लोग भी डॉक्टर बन रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ कवरेज योजना है। 10 करोड़ 74 लाख गरीब परिवार के 50 करोड़ लोगों को सालाना 5 लाख रुपए का हेल्थ कवर दिया गया है। अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको की कुल जनसंख्या को मिलाकर भारत में आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं। 2 साल के अंदर सवा करोड़ लोगों को इस योजना के माध्यम से गंभीर बीमारियां के इलाज में राहत दी गई है। वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में पाश्चात्य देश दिन के स्वास्थ्य की व्यवस्थाएं भारत से कई ज्यादा सुदृढ़ है, वह भी लड़खड़ा गई थी लेकिन मोदी जी ने देश में समय पर लॉकडाउन लगाने का कड़ा निर्णय लेकर 130 करोड़ देशवासियों को बचाया है। उस समय में 3 दिन में देश में केस दोगुने हो रहे थे और उसमें 40 दिन का अंतराल है। उस समय हमारे पास सिर्फ एक लैब था और 10 सैंपल कलेक्शन सेंटर, आज 1700 से ज्यादा टेस्टिंग लैब हैं, प्रतिदिन 15 लाख से ज्यादा टेस्टिंग हो रहे हैं। पहले देश में पीपीई कित नहीं बनते, आज लगभग 4.5 लाख पीपीई किट और 3 लाख वेंटीलेटर भारत में प्रतिदिन बना रहा है। जब मोदी जी ने सब की जान बचा ली फिर आत्मनिर्भर पैकेज के साथ ही गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा की। गरीब कल्याण पैकेज के तहत 80 करोड़ गरीब लोगों को 5 किलो चावल या 5 किलो गेहूं, 1 किलो दाल नवंबर तक मुफ्त में देने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनधन खाते का उपहास करती थी, कोरोना संकट के दौरान 20 करोड़ जनधन खाता धारक बहनों के खाते में 500 रुपए 3 महीने तक भेजे गए, 8 करोड़ 70 लाख किसानों के खाते में 2000 रुपए की किश्त गई। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि मोदी जी को 7 देशों में सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया। देशभर में 25 करोड़ फूड पैकेट बांटे गए 5 करोड़ राशन किट बांटे गए, फेस कवर और सैनिटाइजर बांटे गए। दिल्ली में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने उत्कृष्ट सेवा का कार्य किया है और जरूरतमंद लोगों की हर संभव सहायता की है। राजनीति करना, चुनाव लड़ना राजनीतिक दल का काम है लेकिन मोदी जी ने देश की संस्कृति बदलने के साथ ही पार्टी की संस्कृति भी बदली है इसलिए हम राजनीति के साथ-साथ सेवा कार्य भी कर रहे हैं।

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