बिहार के सभी जिलों में 10 मार्च तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन

पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि राज्य में 10 मार्च तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत सवा दो करोड़ बच्चों को कृमि नियंत्रण की दवा दी जायेगी। इस के लिए सभी जिलों में विशेष अभियान चलेगा। पांडेय ने आज यहां कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश के 13 जिलों अरवल, भोजपुर, दरभंगा, गया, किशनगंज, लखीसराय, मधुबनी, नालंदा, नवादा, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर एवं वैशाली में सफलतापूर्वक चल रहा है शेष 25 जिलों में इसका आयोजन शीघ्र ही करते हुए कृमि नियंत्रण की दवाई खिलाई जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान कोविड 19 हेतू निर्गत सभी दिशा निर्देशों व आवश्यक सुरक्षा उपायों का ध्यान रखते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता  1-5 वर्ष के बच्चों एवं 6-19 वर्ष के स्कूल नहीं जानेवाले बच्चों को गृह भ्रमण के माध्यम से कृमि नियंत्रण की दवाई खिलाएंगी साथ स्कूल जाने वाले बच्चों को शिक्षक अपने विद्यालय में ही कृमि नियंत्रण की दवाई एलबंेडाजोल निर्धारित खुराक के अनुसार खिलाएंगे।
पांडेय ने बताया कि सितंबर 2020 में आयोजित राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के दौरान राज्य के 25 जिलों में आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा कुल 2.66 करोड़ बच्चों को कृमि मुक्त करने में सफलता प्राप्त हुई है। स्वास्थ्य, शिक्षा तथा महिला एंव बाल विकास विभागों के बीच आपसी समन्वय से ही इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपादित किया जाता है। जीविका, पंचायती राज आदि विभागों का भी सक्रिय सहयोग राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम को मिल रहा है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस बाल स्वास्थ्य में सुधार हेतु एक अहम भूमिका निभा रहा है। राज्य के 1-19 वर्ष के सभी बच्चों तक पहंुच सुनिश्चित करना राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का मुख्य उद्देश्य है।
समाज के इस वर्ष को स्वस्थ रखना जरूरी है, क्यों कि  वे राष्ट्र का भविष्य हैं। इस आयु समूह के बच्चों को कृमि निरोधक उपचार प्रदान करने से बच्चे अधिक स्वस्थ रहेंगें, स्कूल जा सकेंगे और अपनी पढ़ाई में मन लगा सकेंगे और भविष्य में उनकी आजीविकापार्जन बेहतर होने की संभावना रहेंगी।

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