सृजनात्मकता से ही नये विचार जन्म लेते हैं: प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह

पटना: सृजनात्मकता से ही नये विचार जन्म  लेते हैं । आप रचनात्मक होंगे तभी खुद भी तरक्की के नये आयाम तय करेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे । दुनिया का बेहतरीन साहित्य हमेशा कठिन दौर में ही लिखा गया अत: करोना महामारी को भी हम अवसर में तबदील करके कई रचनात्मक काम कर सकते हैं । हर इंसान के अन्दर कोई न कोई सृजनात्मक शक्ति मौजूद है, करोना काल ने इसे तलाशने का अवसर प्रदान किया है । यह बातें आज टी0 पी0 एस0 कॉलेज, पटना में वर्चुअल मोड में चल रहे 5 दिवसीय स्टूडेन्टस डेवलपमेंट ‘विषय पर बोलते हुए अंग्रेजी जाने माने विद्वान, साहित्यकार एवं पटना विश्व विद्यालय के अवकाश प्राप्त शिक्षक प्रो0 शैलेश्वर सती प्रसाद ने कहीं ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो0 उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने की । उन्होंने ने कहा कि यह इर्ष की बात है कि लॉकडाडन काल में एसडीपी का आयोजन में छात्र-छात्रों की काफी संख्या में भागीदारी एवं प्रश्नोतर काल में संवाद के सहभागी बन रहे हैं  । कार्यक्रम की आयोजक प्रो0 रूपम ने अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि 250 सौ से अधिक  छात्र-छात्राएँ इस कार्यक्रम से जुडी हैं । कार्यक्रम का संचालन प्रो0 जावेद अख्तर खाँ ने किया ।

डॉ0 हेमलता सिंह ने विषय प्रर्वतन किया एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो0 अबू बकर रिजवी ने किया । प्रो0 श्यामल किशोर, प्रो0 अंजलि, प्रो0 सी0 एल0 खत्री, प्रो धर्मराज राम , डॉ0 शशि प्रभा दूबे, डॉ0 विनय भूषण, डॉ0 नूतन, डॉ0 शिवम यादव, डॉ0 दीपिका शर्मा, डॉ0 देवारति घोष, डॉ0 नूपूर, डॉ0 उदय आदि शिक्षक इस अवसर पर मौजूद रहे ।

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