नोएडा: निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों ने किया धरना प्रदर्शन

नोएडा:  पूर्वांचल बिजली विभाग के निजीकरण करने के सरकार/ उत्तर प्रदेश कारपोरेशन लिमिटेड के निर्णय के खिलाफ बिजली कर्मचारी व अधिकारी 6 अक्टूबर 2020 को दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे और पूरे प्रदेश में कार्य का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया गया गौतमबुधनगर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले कर्मचारियों और अधिकारियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय सेक्टर 16 नोएडा पर दिन भर जोरदार तरीके से धरना प्रदर्शन कर निजीकरण के खिलाफ आवाज बुलंद किया।

बिजली कर्मचारियों के आंदोलन को संबोधित करते हुए सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत शर्मा ने कहा कि सीटू संगठन निजीकरण के खिलाफ है क्योंकि बिजली विभाग के निजीकरण करने से बेरोजगारी बढ़ेगी और कर्मचारियों/ अधिकारियों का उत्पीड़न  व आर्थिक शोषण बढ़ेगा और आम जनता को भी भारी आर्थिक नुकसान होगा और बिजली दरें अनाप-शनाप वसूली जाएंगी और गरीब आम आदमी बिजली सुविधा से वंचित हो जाएंगे बिजली आवश्यक सेवा और इंसानी जरूरत है जो संविधान के अनुसार हर नागरिक को बिजली मिले यह उसका संविधानिक है और सरकार आम जनता से यह हक छीनना चाहती है इसलिए बड़े औद्योगिक घरानों/पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा बिजली का निजीकरण हमें मंजूर नहीं है और हम इसका जब तक विरोध करते रहेंगे जब तक सरकार निजीकरण का फैसला वापस नहीं लेती है उन्होंने कर्मचारियों से अपील किया कि निजीकरण के खिलाफ लड़ाई को एकताबद्ध तरीके से मजबूती के साथ आगे बढ़ाएं उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में सीटू संगठन और अन्य मजदूर-किसान संगठन बिजली कर्मचारियों के साथ है।
सीपीआईएम जिला सचिव मदन प्रसाद ने कहां कि निजी करण से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी और कर्मचारियों के नौकरी की सेफ्टी खत्म हो जाएगी उन्होंने सरकार और बिजली प्रबंधन के निजीकरण करने के फैसले की कड़ी निंदा करते हुए निजीकरण की प्रक्रिया को वापस लेने की मांग किया।

Facebook Comments