पदम् पुरस्कारों का नामांकन आम-अवाम के हाथ: डॉ प्रेम कुमार
Date posted: 13 July 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आम लोगों से अपील की है कि अपने आसपास असाधारण काम कर रहे, जमीनी स्तर के कार्यकर्ता जिनको प्रसिद्धि नहीं मिली है, ऐसे लोगों का नाम पद पुरस्कारों के लिए नामित कर सकते हैं। पीएम मोदी की अपील सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, को दर्शाता है। आम जनता से नाम पुरस्कारों के लिए मांगना स्वच्छ, सरल एवं पारदर्शी प्रक्रिया की शुरुआत मोदी ने की है।
पहले फाइलों में बाबुओं द्वारा नाम भेजा जाता था, अब सुदूर गांव में भी दिल्ली से दूर भी असाधारण काम कर रहे लोगों को जिन्हें जनता जानती-पहचानती है ,उनके कामों को पसंद करती है, जिनके काम व्यापक रूप से समाज हित में है, के नाम को पद्म पुरस्कारों के लिए भेज सकते हैं। चयन की प्रक्रिया पारदर्शी , सर्वग्राही, सर्वस्वीकार होगा। सरकारी आंखों से ओझल असाधारण भी अब इस पहल से सरकार की नजर में आ जाएंगे। 15 सितंबर तक नाम भेजा जा सकता है ।इसके लिए माननीय पीएम मोदी ने वेबसाइट का लिंक आम लोगों के लिए साझा किया है। पद्म पुरस्कारों में- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान में से हैं।
मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद पद्म पुरस्कारों को आम जनता तक पहुंचाने की कोशिश की है। अक्सर असाधारण काम करने वाले लोग जो गुमनामी में रहते हैं को सम्मानित करने का पहल खुद पीएम मोदी जी ने आम जनता को दिया। यह पुरस्कार वर्ष 1954 से शुरू हुआ था, जिसकी घोषणा गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। वर्ष 2020 में 141 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। जिसमें 7 पद्म विभूषण 16 पदम् भूषण और 118 पद्मश्री पुरस्कार दिए गए थे। इस बार भी 2021 में नामों की सूची तैयार हो रही है जिसमें कुछ नाम है।
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