मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठे निगम नेताओं से मिले आदेश गुप्ता एवं गौतम गंभीर
Date posted: 10 December 2020
नई दिल्ली: निगम के बकाए 13000 करोड़ रुपए की मांग को लेकर आज तीसरे दिन भी मुख्यमंत्री आवास के बाहर निगम नेताओं का धरना जारी रहा। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी और सांसद गौतम गंभीर ने धरने पर बैठे उत्तरी दिल्ली नगर निगम महापौर जयप्रकाश, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के महापौर अनामिका मिथिलेश सिंह, और पूर्वी दिल्ली नगर निगम महापौर निर्मल जैन सहित अन्य निगम नेताओं से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा, प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव बब्बर, प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार सहित जिले के पदाधिकारी उपस्थित थे।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इस पर खेद व्यक्त किया कि कड़ाके की ठंड में भी मुख्यमंत्री निवास के बाहर धरना दे रह जनप्रतिनिधियों से अरविंद केजरीवाल बात करने भी नहीं आए। उन्होंने कहा कि यहां निगम के नेता अपनी निजी हित की मांग करने नहीं आए हैं बल्कि दिल्ली की जनता का हक और निगम कर्मचारियों का वेतन देने के लिए संवैधानिक रूप से आवंटित फंड जारी करने की मांग कर रहे हैं। कई महीनों से निगम के नेता मुख्यमंत्री केजरीवाल से निगम के बकाए फंड की मांग कर रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री फंड जारी करने की बजाय करोड़ों रुपए अपने प्रचार और चौक-चौराहों पर होर्डिंग लगवाने में खर्च कर रहे हैं।
आदेश गुप्ता ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठकर भी केजरीवाल का दिल्ली के प्रथम नागरिक कहे जाने वाले महापौर के साथ किया जा रहा बर्ताव यह दर्शा रहा है कि मुख्यमंत्री सत्ता के नशे में चूर हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल भी गांठ बांध ले कि दिल्ली भाजपा झूठ के पुलिंदे पर टिकी उनकी सरकार की मनमानी को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। दिल्लीवासियों के हितों और निगम कर्मचारियों की हक की लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक निगम को बकाया फंड नहीं मिल जाता है। उन्होने विश्वास जताया कि यह लड़ाई हम ही जीतेंगे।
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि निगम कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण उनके बच्चों पर गाज गिर रही है, उनके काम पर असर पड़ रहा है लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल ने तो कसम खा ली है कि वह गरीब निगम कर्मचारियों को उनका वेतन नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास के बाहर बिना छत के, बिना शौचालय की निगम की महिला नेता धरने पर बैठी हैं। उन्होंने कहा कि निगम नेता जनप्रतिनिधि होने की जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए संघर्ष कर रहे हैं इससे निगम कर्मचारियों को भी बल मिल रहा है।
सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि अपने समय के मशहूर धरना एक्सपर्ट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अब धरनों से ही डर लगने लगा है। लोगों के सवालों से बचने के लिए घर में छुप जाते हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल को इतना सभ्य तो होना ही चाहिये कि उनके आवास के बाहर महिलाएं भी धरने पर बैठी हैं, जिनसे उन्हें मिलना चाहिए और बकाया फंड 13000 करोड़ रुपए को जारी करना चाहिए।
तीनों नगर निगम महापौर के साथ उत्तरी दिल्ली नगर निगम स्थाई समिति अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी, उपाध्यक्ष विजेंद्र यादव, नेता सदन योगेश वर्मा, पूर्वी दिल्ली नगर निगम उपमहापौर हरि प्रकाश बहादुर, स्थाई समिति अध्यक्ष सतपाल सिंह, नेता सदन प्रवेश शर्मा, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम उपाध्यक्ष सुभाष भड़ाना, स्थाई समिति अध्यक्ष राजदत्त गहलोट, नेता सदन नरेंद्र चावला, माया सिंह बिष्ट, पूनम भाटी, सुमन डागर, सुषमा गोदारा, कमलजीत सहरावत, सुनीता कांगड़ा, किरण वैद्य, हिमांशी पांडे, कंचन महेश्वरी, अपर्णा गोयल, कुसुम तोमर, उर्मिला चौधरी, सविता खत्री, अंजू कमल कान्त, उर्मिला राणा, शिवांगी पांडे, अवतार सिंह सहित वरिष्ठ भाजपा नेताओं एवं जोन के अध्यक्ष और कई निगम पार्षद धरने पर बैठे हैं।
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