समस्याओं को दूर कर धान क्रय में तेजी लायी जायें: सूर्य प्रताप शाही
Date posted: 28 November 2020
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों से धान क्रय में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि धान क्रय करने में बाधा डालने वाले बिचैलियों पर कड़ी कार्यवाही किया जाए। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी का निर्देश है कि धान की खरीद त्वरित गति से किया जाए तथा किसी भी प्रकार की समस्या हो तो उसका समाधान तत्काल करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप प्रत्येक दशा में धान क्रय सुनिश्चित किया जाये।
उन्होंने कहा कि किसानों का भुगतान समय से कर दिया जाए ताकि वे अपनी रबी की फसल की बुवाई एवं शादी-विवाह आदि कार्यक्रमों को संपादित कर सकें। श्री शाही आज सचिवालय स्थित एपीसी सभागार में विभागीय अधिकारियों एवं धान क्रय नोडल एजेन्सियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि फतेहपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, प्रयागराज, कौशाम्बी तथा मिर्जापुर जनपदों का विशेष ध्यान रखे। यहां लक्ष्य के अनुरूप धान क्रय नही हो पायी है। उन्होंने कृषि उत्पादन आयुक्त को निर्देश दिए कि संबंधित जिले के जिलाधिकारियों से वार्ता कर धान क्रय में तेजी लाने के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए।
शाही ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि क्रय एजेंसियां सभी क्रय केन्द्रों पर एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त करें। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर किसानों से धान क्रय बिचैलियों द्वारा न हो पाये। किसानों को प्रत्येक दशा में धान क्रय केन्द्र पर लाये। जहां कही भी गम्भीर शिकायत मिले तत्काल बिचैलियों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करें। श्री शाही ने कहा कि जिलाधिकारी स्वयं क्रय सेन्टरों का आकस्मिक निरीक्षण कर किसानो की समस्याओं को सुनकर उसका समाधान करायें। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक किसानों से धान क्रय किया जाय। सभी सरकारी गोदाम खाली है, स्टोरेज की कोई समस्या नहीं है।
कृषि मंत्री ने मण्डी परिषद के निदेशक को निर्देश दिये है कि समस्त धान क्रय केन्द्रों पर आवश्यक उपकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि केन्द्रों के निरीक्षण हेतु सम्भागीय खाद्य नियंत्रक द्वारा 03 धान क्रय केन्द्र प्रतिदिन, सम्भागीय खाद्य विपणन अधिकारी/संयुक्त निबन्धक/क्रय एजेन्सियों के मण्डलीय अधिकारी द्वारा 04 धान क्रय केन्द्र प्रतिदिन, जिला खाद्य विपणन अधिकारी/जिला निबन्धक/क्रय संस्था के जिला स्तरीय अधिकारी द्वारा 05 धान क्रय केन्द्र प्रतिदिन एवं क्षेत्रीय विपणन अधिकारी द्वारा 06 धान क्रय केन्द्र प्रतिदिन कम से कम निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जो नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये हैं वे प्रतिदिन अपने संबंधित धान क्रय केन्द्र पर जाकर किसानों की समस्याओं का अनुश्रवण कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायें।
शाही ने पीसीएफ के अधिकारिों को निर्देश दिये कि जिलों में धान क्रय केन्द्रों एवं अन्य मूलभूत आवश्यकताओं के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड से ब्लाॅक स्तर पर धान क्रय हेतु कार्ययोजना तैयार कराकर शासन को उपलब्ध करायें।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा ने अधिकारियों एवं संबंधित क्रय एजेन्सियों को निर्देश दिये कि किसानों को धान क्रय केन्द्रों पर लाने के लिए उन्हें प्रेरित एवं जागरूक किया जाय। उन्होंने कहा कि वाल-पेन्टिंग, समाचार पत्र तथा इलेक्ट्रानिक प्रचार माध्यमों तथा गांवों में मुनादी कराकर किसानों को धान क्रय केन्द्रों पर लाने का प्रयास किया जाय। उन्होंने क्रय एजेन्सियों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि क्रय लिमिट को बढ़ाये। प्रत्येक क्रय केन्द्र पर हेल्पलाइन नम्बर अवश्य बड़े एवं साफ शब्दों में लिखा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां आवश्यकता हो वहां पर धान क्रय केन्द्रों में वृद्धि किया जाये ताकि किसान आसानी से अपना धान बिक्री कर सकें। उन्होंने क्रय एजेन्सियों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मूंगफली एवं मक्का की खरीद में भी तेजी लायें। कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि जहां कहीं भी धान क्रय में लापरवाही एवं शिथिलता पाई गयी तो संबंधित अधिकारियों एवं एजेन्सियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए आगामी सीजन की फसल के क्रय में प्रतिबंधित कर दिया जायेगा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव कृषि डा0 देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव, खाद्य एवं रसद बीना कुमार, खाद्य एवं रसद आयुक्त मनीश चौहान, पीसीएफ एम.डी. माशूम अली सरवर, मण्डी निदेशक श्री जे.पी. सिंह तथा संबंधित विभागीय अधिकारी एवं धान क्रय एजेन्सियों के नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
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