कोविड-19’’ पर पटना के टी.पी.एस. काॅलेज में राष्ट्रीय वेबिनार का हुआ आयोजन
Date posted: 2 August 2020
आज टी.पी.एस. काॅलेज, पटना के बाॅटनी विभाग के तत्वाधान में ‘‘फ्लेवानाॅल और कायएटाइलपायरिमिडिंस पोटेंशियल थेरैपीटिक एजेंट अगेंस्ट कोविड-19’’ विषय पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय वेबिनार में मुख्य वक्ता महात्मा गाॅधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. शशिकांत राय थे।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 वायरस अपने स्पाइक प्रोटीन के द्वारा मनुष्य के एंजियोटेंसिन रिसेप्टर से जुड़ शरीर के विभिन्न अंगों जैसे- लीवर, किडनी, ब्रेन, छोटी आत, फेफडा में पहुॅचकर इस अंगों को नुकसान पहुॅचाता है अगर हम वायरस के स्पाइक प्रोटीन को मनुष्य के एंजियोटेसिन रिसेप्टर से जुड़ने से रोक सके तो कोविड-19 के संक्रमण से बचा जा सकता है। पूरे विश्व के लाइफ साइन्टिस्ंट स्पाइक प्रोटीन और एंजियोटेंसिन रिसेप्टर से जुड़ाव को रोकने की दवा विकसति कर रहे है। डाॅ. राय ने अपने शोध कार्यो का चर्चा करते हुए बताया कि उन्होंने माॅलेकुलर काॅकिंग एवं माॅलेकुलर कायनेमिक्से विधि के द्वारा पादप रसायन फ्लेवोनाॅल और कायएराइल पायरिमिडिसन उक्त जुड़ाव को राकने में मददगार साबित हो सकता हैं। वही अन्य मुख्य वक्ता जे.एन.एल काॅलेज के डाॅ. मेधावी सूदर्शन ने सार्स कोरोना वायरस-2 और कोविड-19 के महत्वपूर्ण तथ्यों को बताया। उन्होंने एसिंप्टोमेटिक सार्स कोरोना वायरस-2 और कोविड-19 के संक्रमण और रोग संरचना में इसकी भूमिका के बारे में भी बताया। वेबीनार का शुरूआत आयोजक डाॅ. विनय भूषण कुमार के शुरूआती भाषण से हुआ। जिन्होंने बताया कि यह टी.पी.एस. काॅलेज के द्वारा ओयोजित कोविड-19 पर यह तीसरा वेबीनार है। सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत विभागाध्यक्ष डाॅ. शिवम यादव ने की।
मुख्य अतिथि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के सी.सी.डी.सी. एवं जोने माने वैज्ञानिक डाॅ. तनुजा ने रिसर्च के विभिन्न आयामों पर विस्तृत से चर्चा की। विशेष अतिथि बिहार दर्शन परिषद् के महासचिव डाॅ. श्यामल किशोर ने कहा कि कोविड 19 आधुनिक सभ्यता का संक्रमण है जो पूर्व के संक्रमण से भिन्न है।इसीलिए महात्मा गाँधी ने अपनी पुस्तक हिन्दस्वराज में आधुनिक सभ्यता की त्रासदी का चित्रण किया है। विज्ञान के समक्ष इस संक्रमण का दवा या वैक्सीन बनाना एक चुनौती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता आइ क्यू ऐसी के संयोजक प्रो रुपम ने की। इन्होने जवलंत विषय पर आयोजित बेबिनार के लिए आयोजकों की सराहना की।
धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. कृष्णनंदन प्रसाद ने किया। इस आयोजन में डाॅ. नूतन, डाॅ. प्रशांत, डाॅ. नूपुर,डॉ उदय कुमार सहित अन्य विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं रिसर्चस उपस्थित रहे।
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