UP में 21 जून से कोरोना कर्फ्यू में छूट: रात 9 बजे तक खोली जा सकेंगी दुकानें
Date posted: 16 June 2021
लखनऊ: अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि कोविड नियंत्रण करने में मुख्यमंत्री का यूपी का 3टी प्रयोग अन्य प्रदेशों में माॅडल के रूप में प्रस्तुत हुआ है। 3टी माॅडल के तहत ट्रेस, ट्रैक और ट्रीट अभियान के साथ-साथ आशिंक कोरोना कफ्र्यू तथा टीकाकरण से प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मामले घटे है। प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आंशिक कोरोना कफ्र्यू लागू किया गया था।
आंशिक कोरोना कफ्र्यू में जीवन और जीविका दोनों को बचाने के उद्देश्य से आंशिक कोरोना कफ्र्यू में औद्योगिक गतिविधियां, आर्थिक गतिविधियां, आवश्यक सामग्रियों से संबधित आवागमन तथा उनसे सम्बन्धित दुकाने भी खुली रखी गयी थी। मुख्यमंत्री जी द्वारा कोविड-19 के लिए चलाये जा रहे अभियान की जमीनी हकीकत की समीक्षा एवं निरीक्षण 40 जनपदों तथा 18 मण्डलों का भ्रमण करके किया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा भ्रमण के दौरान कोविड-19 की समीक्षा की गई है, ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमित लोगों से उनका हालचाल लिया गया है तथा बनाये गये कन्टेनमेन्ट जोन का निरीक्षण भी किया गया है। आगामी सोमवार, 21 जून से कोरोना कर्फ्यू में और छूट दिए जाने का निर्णय लिया गया हैं। रात्रिकालीन कोरोना कफ्र्यू रात्रि 09 बजे से अगले दिन प्रातः 07 बजे तक प्रभावी होगा। कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के साथ रेस्टोरेंट व मॉल को 50 फीसदी क्षमता के साथ खुलेगा। इसी तरह, पार्क, स्ट्रीट फूड आदि के संचालन की अनुमति भी दी जाएगी। इन स्थलों पर कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना अनिवार्य होगी। नई व्यवस्था के संबंध में विस्तृत गाइडलाइंस समय से जारी की जायेगी। साप्ताहिक बंदी के दौरान शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सेनेटाइजेशन, फाॅगिंग तथा साफ-सफाई का अभियान चलाया जा रहा है।
श्री सहगल ने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से निगरानी समितियों द्वारा ट्रेसिंग के तहत घर-घर जाकर संक्रमण की जानकारी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि 97000 ग्रामीण पंचायतों में 5 मई, 2021 से एक विशेष अभियान चलाकर, जिसमें निगरानी समितियों द्वारा घर-घर जाकर उन लोगों का जिनमें किसी प्रकार के संक्रमण के लक्षण होने पर उनका एन्टीजन टेस्ट भी कराया जा रहा है। अगर एन्टीजन टेस्ट निगेटिव आ रहा है और लक्षण हैं तो उनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया जा रहा है, इसके साथ-साथ मेडिकल किट भी बांटी गयी है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक 17 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया है। प्रदेश में संक्रमण कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्टों की संख्या में निरन्तर बढ़ोत्तरी की जा रही है, ताकि संक्रमित व्यक्ति की पहचान करके इलाज किया जा सके। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक टेस्ट कराये जा रहे हैं।
श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने टीम-9 की समीक्षा बैठक में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) का प्रमाण पत्र को आजीवन वैधता प्रदान की गई है। सभी सीएचसी और पीएचसी से जुड़े मार्गों के सुदृढ़ीकरण करने हेतु ग्राम विकास एवं नगर विकास विभाग को निर्देश दिए गये हैं।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा प्रतिदिन किए जा रहे टीकाकरण को 06-07 लाख किए जाने को कहा गया है। अगले माह से 10 लाख प्रतिदिन टीकाकरण किया जायेगा। माह अगस्त की समाप्ति तक 10 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। 31 दिसम्बर, 2021 तक प्रदेश के सभी लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर के दृष्टिगत प्रदेश में अवस्थापना सुविधा बढ़ाई जा रही है। आज 100 बेड बढ़ाए गये हैं। प्रदेश में आॅक्सीजन समुचित मात्रा में उपलब्ध है। प्रदेश में आॅक्सीजन की कोई समस्या न हो इसके लिए 14 नये आॅक्सीजन प्लाण्ट शुरू किए गये हैं। इस प्रकार 441 आॅक्सीजन प्लाण्ट अस्पतालों में लगाये जा रहे हैं, जिसमें से 99 प्लाण्ट क्रियाशील हो गए हैं। कल प्रदेश में 315 मी0टन आॅक्सीजन विभिन्न अस्पतालों को उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने बताया कि संभावित कोविड की तीसरी लहर के तहत सभी मेडिकल कालेज में 100-100 बेड पीआईसीयू के, हर जिला अस्पताल में 20-20 बेड पीआईसीयू के और कम से कम दो सीएससी में पीकू/नीकू के बेड बढ़ाये जा रहे हैं। जिसे 20 जून, 2021 तक पूरा करने का समय दिया गया है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा मिशन रोजगार चलाया जा रहा है। प्रदेश में 04 लाख सरकारी नौकरियां दी गई हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 01 लाख से अतिरिक्त नौकरी दिये जाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि निजी उद्योगों को बैंकों से समन्वय करके लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा वृहद लोन मेले का आयोजन किया जायेगा। निजी उद्यम के माध्यम से लोगों को रोजगार देने का कार्य किया जा रहा है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। गेहँू क्रय अभियान के तहत 12 लाख से अधिक किसानों से 55,34,135.33 मी0 टन गेहूँ खरीदा गया है। मुख्यमंत्री जी द्वारा गेहूँ खरीद अभियान को 22 जून 2021 तक बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि गेंहूँ क्रय केन्द्रों का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए तथा किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल खरीदी जाए। उन्होंने बताया कि अगली फसल के लिए खाद-बीज आदि किसानों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये हैं।
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