अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के लिए संकटमोचक बनें प्रधानमन्त्री मोदी: राजीव रंजन
Date posted: 19 August 2021
पटना: भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने आज कहा कि तालिबान के सत्ता में आने से अफगानिस्तान में जबर्दस्त भगदड़ मची हुई है. लोग किसी भी तरह तालिबान राज से बचने के लिए अफगानिस्तान से भागना चाह रहे हैं. ऐसे कठिन हालात में प्रधानमन्त्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार वहां फंसे भारतीय नागरिकों व अन्य देशों के लोगों के लिए संकटमोचक बनकर सामने आई है.
सरकार जहां अफगानिस्ताान में फंसे अपने देश के नागरिकों को वहां से निकाल रही है, वहीं वीजा नीति में बदलाव भी किया गया है. इसके तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा e-Emergency X-Misc Visa कैटेगरी की शुरुआत की गयी है, जिसका मकसद, तालिबान से अपनी जान बचाने के लिए वहां से तुरंत निकलने की कोशिश कर रहे लोगों की मदद करना है.
उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से भारतीय वायुसेना के विमान के जरिए भारतीय दूतावास के अधिकारी समेत तकरीबन 120 लोग काबुल से गुजरात जामनगर पहुंच चुके हैं. तालिबान की नृशंसता के शिकार होने से बचे यह सभी लोग अपने देश पहुंचकर बहुत खुश नजर आ रहे हैं और इस दौरान सभी ने भारत माता की जय के नारे भी लगाए. भारतीय दूतावास ने अपने देश के नागरिकों से अपील की है कि भारतीय नागरिक भारतीय दूतावास में अपना रजिस्ट्रेशन कराएं ताकि ऐसे वक्त में उन्हें वापस लाया जा सके.
मोदी सरकार की प्रशंसा करते हुए रंजन ने कहा कि प्रधानमन्त्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 7 वर्षों में भारत की साख में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है. पूरी दुनिया में जहां कहीं भी भारतीय मुसीबत में होती है, मोदी सरकार प्राथमिकता के आधार पर उनकी मदद करती है. अफगानिस्तान से पहले प्रधानमन्त्री मोदी की पहल पर सऊदी अरब में दो कंपनियों की लड़ाई में फंसे 1200 भारतीयों को सकुशल वापस लाया जा चुका है. उससे पहले सुषमा स्वराज जी के कार्यकाल में भी सऊदी से हजारों लोगों को वापस लाया गया था. इसके अतिरिक्त यमन गृहयुद्द से लगभग 5 हजार भारतवासियों व सैंकड़ों अन्य देशों के निवासियों को सकुशल भारत लाने के सरकार के कारनामे पर तो फिल्म भी बन चुकी है. इस सफलता ने तो विश्वमंच पर भारत का लोहा मानने के लिए सबको मजबूर कर दिया था. यह दिखाता है कि प्रधानमन्त्री मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से बदल रहा है.
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