दिल्ली भाजपा द्वारा “कवियों की शाम, अयोध्या के नाम“ कार्यक्रम का आयोजन किया गया
Date posted: 4 August 2020
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या राम मंदिर के भूमि पूजन की पूर्व संध्या पर दिल्ली भाजपा द्वारा “कवियों की शाम, अयोध्या के नाम“ कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिस का लाइव प्रसारण दिल्ली भाजपा के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किया गया। कवि सम्मेलन से पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली भाजपा प्रभारी श्याम जाजू एवं दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने उद्बोधन दिया। इस कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध कवि गजेंद्र सोलंकी ने किया। इस अवसर पर बेनीवाल महाराज, राघवेंद्र मठ के प्रमुख सुधेंद्र आचार्य, नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल, सांसद मीनाक्षी लेखी, रमेश बिधूड़ी, हंस राज हंस, प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, राजेश भाटिया, मिजोरम प्रभारी पवन शर्मा सहित विधायक एवं प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित थे।
श्याम जाजू ने कहा कि कल का दिन भारत के इतिहास का एक यादगार दिन होने जा रहा है। अगर कोरोना काल नहीं होता तो कुंभ मेले में जितने लोग नहीं होते उससे कई ज्यादा लोग सरयू नदी तट पर स्वेच्छा से भूमि पूजन में सम्मिलित होते। श्री राम जन्म भूमि के स्थान पर मंदिर बनाने का 500 साल का सपना साकार होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार में राष्ट्रपति पहुंचे थे और यह संदेश दिया था कि या धार्मिक और आध्यात्मिक देश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में एक से बढ़कर एक ऐतिहासिक कार्य हुए और श्री राम मंदिर निर्माण का कार्य सबसे गौरवान्वित करने वाला है। उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक पार्टियां भाजपा का मजाक उड़ाया करती थी और कहती थी की मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। लेकिन मोदी जी के कार्यकाल में मंदिर का ट्रस्ट भी बना और अब मंदिर निर्माण का कार्य भी शुरू होने जा रहा है जिसके लिए भाजपा ने वर्षों से संघर्ष किया।
श्री जाजू ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में रथ यात्रा निकाली गई लाखों घरों के कार्यकर्ताओं ने लाठियां खाई, जेल गए, कार सेवकों ने अपने प्राण त्याग दिए लेकिन देश की अस्मिता का प्रतीक श्री राम मंदिर के निर्माण के आंदोलन की गति धीमी नहीं पड़ने दी। उन्होंने कहा कि जब श्री राम मंदिर का फैसला आया था तब सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा था कि यह किसी की जीत नहीं है, किसी की हार नहीं है सभी धर्मों को साथ में लेकर जाना है। और सभी धर्मों ने भी श्री राम मंदिर के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हम सभी उस ऐतिहासिक क्षण का अनुभव करने जा रहे हैं जिसके लिए करोड़ों देशवासियों ने सदियों से इंतजार किया। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा करोड़ों देशवासियों के मन में बसने वाले भगवान श्री राम के मंदिर का भूमि पूजन किया जा रहा है।
इस अवसर पर आदेश गुप्ता ने कहा कि आज का दिन बहुत ही ऐतिहासिक है कि दिल्ली भाजपा के प्रांगण में कवियों की शाम, अयोध्या के नाम कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि जब हम भगवान श्री राम के जन्म की बात करते हैं तो रामचरितमानस की पंक्तियां सहज ध्यान में आती है, भये प्रगट कृपाला, दीनदयाला, कौशल्या हितकारी, हर्षित महतारी, मुनि मन हारी, अद्भुत रूप विचारी…। भगवान श्री राम भारत के कण-कण में व्याप्त है। भारत का स्वाभिमान हैं, गौरव हैं, हर मनुष्य में मन में विराजमान हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए राम जन्मभूमि कोई राजनैतिक मुद्दा नहीं था बल्कि करोड़ों देशवासियों, संत समाज, हिंदू समाज का सपना था की राम जन्म भूमि पर राम मंदिर का निर्माण हो, जिसे पूरा करने के लिए भाजपा ने लंबी लड़ाई लड़ी, आंदोलन किया जिसका परिणाम है कि कल श्री राम मंदिर का भूमि पूजन होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि सुदूर देश में भी रामलीला का मंचन होता है। इस्लामिक देश इंडोनेशिया में भी प्रभु श्री राम का गुणगान होता है वहां के लोग कहते भी हैं कि भले ही हमारा धर्म अलग है लेकिन हमारी पहचान ही भगवान श्री राम से है और उन्हें अपना मूल मानते हैं।
श्री गुप्ता ने कहा कि सदियों पहले विदेशी आक्रांताओं ने श्री राम मंदिर को तुड़वाया था तब सिर्फ ईंट पत्थर से बना मंदिर नहीं टूटा था बल्कि हमारी आस्था स्वाभिमान और संस्कृति का मंदिर सभ्यता और आध्यात्मिकता का प्रतीक राम मंदिर तोड़ा गया। एक कहावत है पल भर की खता हुई और सदियों ने सजा पाई, इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद जाकर अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हम इस क्षण के साक्षी बनेंगे। राम मंदिर निर्माण के आंदोलन के दौरान जेल जाने का अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल राम के नाम की ही शक्ति थी कि जेल जाने के बाद भी उत्साह कम नहीं हुआ बल्कि आंदोलन को जारी रखने की इच्छा और प्रबल हुई जिसका सुखद परिणाम श्री राम मंदिर निर्माण के रूप में सामने आया है। उन्होंने कहा कि आज के इस कवि सम्मेलन से यह संदेश जाएगा कि दिल्ली में श्री राम मंदिर भूमि पूजन के ऐतिहासिक क्षण से अछूती नहीं है।
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